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मंडी, 13 जुलाई (हि.स.)। चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग मंडी पंडोह के बीच चार मील बिंदरावणी के पास रविवार दोपहर बाद को ही 30 घंटे बंद रहने के बाद खुल सका। रात भर इसके बंद रहने से इस अति व्यस्त मार्ग जिससे होकर लेह लदाख व देश की सीमाओं पर डटी सेना के लिए जरूरी रसद भी जाती है, पर हजारों वाहन फसे रहे। हजारों लोगों ने भी रात सड़कों पर ही काटी।
रविवार को मौसम साफ रहने के चलते भी पूरा दिन मशक्कत के बाद शाम को चार बजे के बाद ही यह मार्ग खुल पाया। कुल्लू की ओर से आने वाले वाहनों को सात मील के पास ही रोक दिया गया था जबकि अंबाला ,चंडीगढ़ बिलासपुर की ओर से कुल्लू मनाली लाहुल व लेह लदाख जाने वाले वाहनों को भी चालकों ने फोरलेन पर जहां तहां खड़ा कर दिया था। इसमें सैंकड़ों की तादाद में तेल के टैंकर व अन्य रसद व जरूरी सामान से भरे बड़े बड़े ट्क आदि भी थे।
वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला कमांद भी जगह जगह भूसख्लन के कारण बंद था जिससे कोई भी वाहन आगे नहीं जा सका। ऐसे में सभी जरूर सामान जिसमें दूध, अखबार, ब्रेड, सब्जियां फल आदि कुछ भी मंडी से कुल्लू व कुल्लू से मंडी की ओर नहीं आ सका। पंडोह से चैलचौक होकर डडौर तक जो एक अन्य वैकल्पिक मार्ग है उसके संकरा होने के चलते भी चालकों ने उस पर जाना जोखिमपूर्ण ही समझा, ऐसे में हजाराें वाहन शनिवार दोपहर से रविवार शाम चार पांच बजे तक सड़कों पर ही रूके रहे। इस दौरान वाहन चालकों व इनमें सवार लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। रविवार को शाम चार बजे के लगभग थोड़ा सा मार्ग खुला तो वाहनों में फंसे लोगों को पैदल ही यहां से निकाला गया ताकि वह सुरक्षित अपने अपने ठिकानों तक जाने के लिए मंडी शहर तक जा सकें और वहां से अगली व्यवस्था कर सकें जबकि भारी वाहनों को निकालने में कई घंटे निकल गए। लंबी कतारों व भूसख्लन स्थल के तंग होने के कारण देर रात तक ही यातायात कुछ सामान्य हो पाया।
इधर, रविवार को भी जिले की 152 सड़कें बंद पड़ी हैं जिनमें सबसे ज्यादा सराज क्षेत्र की लगभग 100 सड़कें शामिल हैं। जिला आपदा प्रबंधन की ओर से जारी सूचना के अनुसार गोहर व थलौट बिजली मंडलों में अभी भी 68 बिजली ट्रांस्फारमर बंद पड़े हुए हैं। पेयजल योजनाओं का भी यही हाल है।
इधर, एसडीएम थुनाग रमेश कुमार द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि खबलेच, भाखलवार बन्याड़, निहरी सुनाह भलवार, रूहाड़ा, भुलाह, लामसपड़ व नरैणधार स्कूल जो आपदा आने के दिन यानी 30 जून से बंद हैं को 16 जुलाई तक बंद रखा जाएगा। जहां स्थिति सामान्य हो रही है वहां पर स्थित शिक्षण व प्रशिक्षण संस्थानों को सोमवार से खोलने के आदेश दिए गए हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा