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कोकराझार (असम), 13 जुलाई (हि.स.)। बोडोलैंड सीईएम कप 2025 का पहला संस्करण अपने शानदार समापन की ओर बढ़ रहा है। इसका भव्य फाइनल मुकाबला और समापन समारोह 15 जुलाई को कोकराझार के तीतागुड़ी स्थित साई स्टेडियम में आयोजित होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उनकी उपस्थिति बीटीसी सरकार की जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाएगी।
बीटीआर सरकार द्वारा मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोड़ो के नेतृत्व में आयोजित, बोडोलैंड सीईएम कप 2025 आज देश के सबसे बड़े ग्रामीण फुटबॉल टूर्नामेंट्स में से एक बन चुका है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 14 जून को उदालगुड़ी जिले के ग्राम परिषद विकास समिति (वीसीडीसी) स्तर से हुई, जिसमें बीटीआर के पांचों जिलों— कोकराझार, बाक्सा, चिरांग, उदालगुड़ी और तामुलपुर की 420 वीसीटीसी इकाइयों ने भाग लिया।
इसके बाद विजयी टीमों ने 22 से 26 जून तक आयोजित बीटीसीएलए निर्वाचन क्षेत्र स्तर के मुकाबलों में हिस्सा लिया। इन क्षेत्रों की समितियों ने उत्कृष्ट खिलाड़ियों को चुनकर संयुक्त टीमें बनाई, जिन्होंने नॉकआउट मैचों में हिस्सा लिया। इसके बाद 1 से 5 जुलाई तक जिला स्तरीय मुकाबले आयोजित हुए, जिनमें सर्वोत्तम निर्वाचन क्षेत्रीय टीमें अपने जिले का प्रतिनिधित्व करने के लिए मैदान में उतरीं।
इस टूर्नामेंट के विभिन्न चरणों में कुल 3,750 टीमों और लगभग 70,000 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिससे यह आयोजन ऐतिहासिक स्तर पर समावेशी और व्यापक बन गया।
10 जुलाई से कोकराझार में परिषद स्तर के मुकाबले शुरू हुए, जिनका आयोजन डीएएसए स्टेडियम (दोटमा), साउथ अफ्लागांव (बनारगांव), तारांगुरी (सलाकटी) और साई स्टेडियम (तीतागुड़ी) में किया गया। उद्घाटन मैच में गोरेश्वर (तामुलपुर) ने सलबारी (बाक्सा) को एक रोमांचक पेनाल्टी शूटआउट में पराजित किया। सेमीफाइनल मुकाबले भी बेहद उत्साहपूर्ण रहे, जिससे फाइनल मैच को लेकर दर्शकों में जबरदस्त उत्साह है।
बोडोलैंड सीईएम कप 2025 ने न केवल खेल प्रतिभा को मंच प्रदान किया है, बल्कि समुदायों के बीच संबंधों को मजबूत किया है, ग्रामीण खेल संस्कृति को पुनर्जीवित किया है और नई पीढ़ी को प्रेरित किया है। जैसे-जैसे हजारों की संख्या में दर्शक फाइनल मैच देखने जुटेंगे, यह टूर्नामेंट बोडोलैंड के दिल में शांति, एकता और आकांक्षा का प्रतीक बनकर एक सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन की कहानी रचने जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा