Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
सोनीपत, 18 जून (हि.स.)। सुरक्षा और निगरानी के उद्देश्य से प्रशिक्षित डिटेक्शन डॉग्स
की सप्लाई को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। चंडीगढ़ की एक निजी फर्म द्वारा जेलों में कुत्तों
की आपूर्ति और प्रशिक्षण में भारी अनियमितताएं की गईं। साेनीपत पुलिस ने जेल अधीक्षक की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
साल 2020 में पंजाब होम गार्ड्स कैनाइन ट्रेनिंग एंड ब्रीडिंग
इंस्टीट्यूट के माध्यम से हरियाणा की 9 जेलों में नशा और मोबाइल जैसे गैरकानूनी तत्वों
की पहचान हेतु 23 प्रशिक्षित डिटेक्शन डॉग भेजने का प्रस्ताव आया था। इस योजना के अंतर्गत
चंडीगढ़ स्थित ई एस डी नेटवर्क इंडिया द्वारा 13 कुत्तों की आपूर्ति की गई थी। प्रत्येक
कुत्ते के लिए दो लाख पच्चीस हजार रुपये के हिसाब से कुल 29.25 लाख रुपये का भुगतान
हरियाणा जेल विभाग द्वारा किया गया। इसके अतिरिक्त दो कुत्तों के लिए पांच वर्षों तक
8500 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से फीड और मेडिकल खर्च भी फर्म को दिया गया।
विवाद जनवरी 2021 में शुरू हुआ जब एक कुत्ते को ट्रेनिंग के
लिए भेजा गया, लेकिन 19 महीने बीतने के बाद भी न तो वह कुत्ता लौटा और न ही फर्म की
ओर से कोई स्पष्ट जवाब मिला। हरियाणा जेल महानिदेशक द्वारा 2023 से 2025 के बीच बार-बार
पत्राचार के बावजूद फर्म ने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। 30 जुलाई 2024 को भेजे गए
एक उत्तर में फर्म ने भुगतान मिलने पर सात दिन में कुत्ता लौटाने की बात कही, जिसके बाद
एक लाख अस्सी हजार पांच सौ चालीस रुपये का अतिरिक्त भुगतान भी किया गया, परंतु फिर
भी कुत्ता वापस नहीं आया।
जेल विभाग का कहना है कि फर्म ने जानबूझकर विभागीय संपत्ति
को धोखे से अपने पास रखा, जो आपराधिक विश्वासघात व धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है।
इस मामले में जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह के पत्र पर थाना शहर सोनीपत में एफआईआर दर्ज
की गई है। आरोपी सिमरत पाल सिद्धू, निदेशक ई एस डी नेटवर्क इंडिया व उनकी फर्म के खिलाफ
मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच एएसआई सुनील को सौंपी गई है, जबकि एफआईआर एएसआई
राजेश की उपस्थिति में दर्ज हुई। रिपोर्ट कागजात सहित कोर्ट कॉम्प्लेक्स सोनीपत भेज
दी गई है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना