झांसा देकर चार बदमाशों ने व्यापारी से लूटे 60 लाख
जयपुर, 9 मई (हि.स.)। मुरलीपुरा थाना इलाके में काले धन को व्हाइट मनी में बदलने का झांसा देकर कार सवार 4 बदमाश एक व्यापारी से 60 लाख रुपए लूट कर ले गए। घटना के बाद पुलिस ने जयपुर में ए श्रेणी की नाकाबंदी करवाई। लेकिन फिलहाल बदमाशों का सुराग नहीं लग पाय
काले धन को व्हाइट मनी में बदलने का झांसा देकर चार बदमाशों ने व्यापारी से लूटे 60 लाख


जयपुर, 9 मई (हि.स.)। मुरलीपुरा थाना इलाके में काले धन को व्हाइट मनी में बदलने का झांसा देकर कार सवार 4 बदमाश एक व्यापारी से 60 लाख रुपए लूट कर ले गए। घटना के बाद पुलिस ने जयपुर में ए श्रेणी की नाकाबंदी करवाई। लेकिन फिलहाल बदमाशों का सुराग नहीं लग पाया है। सूचना पर मौके पर पहुंच कर पुलिस ने साक्ष्य लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस घटना स्थल और उसके आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

पुलिस के अनुसार विकास नगर निवासी चंद्र शेखर काबरा कारोबारी है। चंद्रशेखर को तिलक, अजयदान चारण, अंकित और उनके एक साथी ने काले घन को व्हाइट मनी में बदलने का झांसा दिया। इस पर व्यापारी ने चारों को अपने फ्लैट पर बुला लिया। व्यापारी चार बैग में 80 लाख रुपए भरकर टेबल पर रख दिए। व्यापारी ने आरोपियों से आरटीटीएस करने को कहा। इस पर आरोपियों ने व्यापारी और उसके भतीजे को बातों में उलझा लिया। बातें करने के दौरान आरोपियों ने चाचा-भतीजे को बंदूक दिखाई और तीन बैग लेकर वहां से नीचे आए। बदमाश इसके बाद यूपी नम्बरों की कार में सवार होकर भाग निकले। इस पर पीड़ित ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस ने शहर में कार के नंबरों के आधार पर नाकाबंदी करवाई, लेकिन बदमाशों का पता नहीं चल पाया।

पीड़ित के फ्लैट में किराए से रह चुके आरोपी

पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि पीडिता चंद्र शेखर काबरा और उसका भतीजे का विकास नगर स्थित कृष्णा रेजीडेंसी में फ्लैट में रहते है। दोनों ऊपर-नीचे की मंजिल में रहते है। आरोपी तिलक, अजय दान चारण, अंकित और उनका साथी पीडित के फ्लैट पर पूर्व में किराए से रह चुके है। इसी वजह से व्यापारी उनको जानता था और विश्वास भी करता था। इसी वजह से व्यापारी उनके झांसे में आ गया। आरोपियों ने व्यापारी को उनके काले धन को सफेद करने का झांसा दिया। इस वजह से व्यापारी ने अपने पास जमा सारे धन को चार बैग में भर लिया और आरोपियों को आरटीजीएस करने के लिए कहा। लेकिन आरोपियों ने व्यापारी और उसके भतीजे को पिस्टल दिखाई और वहां से रुपए लेकर भाग निकले।

बच गया 20 लाख रुपए से भरा बैग

बातचीत के दौरान बदमाशों ने पिस्टल निकाल ली और व्यापारी पर तान दी। इससे व्यापारी और उसका भतीजा डर गया। पकड़े जाने के डर से बदमाश रुपयों से भरे तीन बैग ले गए, लेकिन चौथा बैग ले जाना भूल गए। इस कारण बैग में रखी 20 लाख रुपए की राशि लूटने से बच गई। आरोपी यूपी नम्बर की कार लेकर व्यापारी के फ्लैट पर पहुंचे थे।

एएसआई झाबर मल ने बताया कि घटना दोपहर दो बजे की है। आरोपियों और व्यापारी के बीच पहले से बातचीत चल रही थी और आरोपी व्यापारी के परिचित भी है। व्यापारी को आरोपियों ने ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने का झांसा दिया था। विश्वास में आकर व्यापारी से सारी जमा पूंजी इकट्ठा कर ली जो कि करीब 80 लाख रुपए थी। इन पैसों को चार बैगों में भर लिया था। व्यापारी ने सारे रुपए बदमाशों के सामने टेबल पर रखे दिए थे। व्यापारी ने रुपए देने से पहले आरोपियों को आरटीजीएस करने को कहा तो बदमाशों ने बंदूक निकाल कर व्यापारी और उसके भतीजे पर तान दी। इसके बाद बदमाश रुपयों से भरे तीन बैग ले गए। चौथा बैग बदमाशों से छूट गया। चौथे बैग में 20 लाख रुपए रखे थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश