Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जम्मू, 12 मई (हि.स.)। डीडीसी अध्यक्ष जम्मू, भारत भूषण बोधी ने हाल ही में भारत-पाक युद्ध के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के तहत दुश्मनों को उनके निर्णायक और प्रभावी जवाब के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को अपने सैनिकों पर गर्व है जिन्होंने पाकिस्तानी धरती पर जघन्य पहलगाम नरसंहार के अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। बोधी ने यहां जारी एक बयान में कहा, हमारे बलों ने एक अद्भुत काम किया है। यह उन 26 निर्दोष हिंदू पर्यटकों के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि थी, जिन्हें पहलगाम में आतंकवादियों ने चुन-चुन कर निशाना बनाया और बेरहमी से मार डाला।
डीडीसी अध्यक्ष ने पूरे देश द्वारा दिखाई गई एकता की सराहना करते हुए कहा कि यहां तक कि राजनीतिक वर्ग ने भी, पार्टी संबद्धता की परवाह किए बिना, आतंकवादी कृत्यों के लिए केंद्र सरकार की दृढ़ और समय पर प्रतिक्रिया में पूरा समर्थन दिया। उन्होंने कहा, इससे पता चलता है कि जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आती है, तो भारत एकजुट है - और यह एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। बोधि ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के मोदी सरकार के साहसिक कदम की भी सराहना की और इसे लंबे समय से लंबित कदम बताया। उन्होंने मांग की कि इस गति का उपयोग जम्मू और कश्मीर के किसानों के लिए पर्याप्त सिंचाई जल सुनिश्चित करने के लिए किया जाना चाहिए, खासकर धान की खेती के मौसम के मद्देनजर।
उन्होंने कहा कि सिंचाई के पानी की कमी के कारण हमारे किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है। मौजूदा सीमा तनाव के कारण पौधों की बुवाई में पहले ही 15 दिन की देरी हो चुकी है। सरकार को अब रणबीर नहर और प्रताप नहर में अधिकतम संभव सिंचाई जल आपूर्ति को मोड़ने के लिए तेजी से कार्य करना चाहिए ताकि किसान समय पर कृषि कार्य शुरू कर सकें।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा