बुद्ध पूर्णिमा पर लामडिंग लोको कॉलोनी बौद्ध विहार में भक्तों की आस्था का उमड़ा सैलाब
होजाई (असम), 12 मई (हि.स.)। पूरे राज्य में जहां बुद्ध पूर्णिमा श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई। वहीं लामडिंग लोको कॉलोनी स्थित ऐतिहासिक बौद्ध विहार में भी इस पावन अवसर पर एक विशेष धार्मिक आयोजन किया गया। यह बौद्ध विहार वर्ष 1952 में स्थापित किया गया
बुद्ध पूर्णिमा पर लामडिंग लोको कॉलोनी बौद्ध विहार में भक्तों की आस्था का उमड़ा सैलाब


होजाई (असम), 12 मई (हि.स.)। पूरे राज्य में जहां बुद्ध पूर्णिमा श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई। वहीं लामडिंग लोको कॉलोनी स्थित ऐतिहासिक बौद्ध विहार में भी इस पावन अवसर पर एक विशेष धार्मिक आयोजन किया गया। यह बौद्ध विहार वर्ष 1952 में स्थापित किया गया था और तब से ही यह क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।

लामडिंग बौद्ध विहार समिति के तत्वावधान में इस वर्ष भी बुद्ध पूर्णिमा का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था और भगवान बुद्ध की मूर्ति कार्यक्रम का मुख्य केंद्रबिंदु बनी रही। इस दिन लामडिंग के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में एकत्रित हुए।

भक्तों ने भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना, धार्मिक प्रार्थना और दीप प्रज्वलन के साथ आराधना की। उन्होंने देश की रक्षा में बलिदान देने वाले वीर सैनिकों के परिवारों और विश्व शांति की कामना करते हुए मंगल प्रार्थना की।

बौद्ध विहार में दिनभर भगवान बुद्ध के नाम का कीर्तन गूंजता रहा। हालांकि, इस बार उत्सव में पहले जैसी भव्यता नहीं देखी गई, फिर भी भक्तों की आस्था और उपस्थिति में कोई कमी नहीं आई। मंदिर परिसर में भिक्षुओं के द्वारा किए गए शांतिपूर्ण नाम-संकीर्तन और प्रार्थनाओं ने समस्त वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।

कार्यक्रम के अंत में मंदिर समिति द्वारा उपस्थित जनसमूह के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था की गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान बुद्ध का आशीर्वाद प्राप्त किया। यह आयोजन क्षेत्र में धार्मिक सौहार्द और शांति का संदेश लेकर आया।

हिन्दुस्थान समाचार / देबजानी पतिकर