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उज्जैन, 23 अप्रैल (हि.स.)। सिंहस्थ मेलाधिकारी आशीष सिंह एवं कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बुधवार को मीडिया से बातचीत कर सिंहस्थ हेतु लैंड पूलिंग योजना के संबंध में शासन की मंशा स्पष्ट की। उन्होंको बताया कि लैंड पूलिंग योजना से सभी किसानों की जमीन 18 मीटर या उससे अधिक चौड़ी मुख्य रोड़ पर आ जाएगी। यह योजना श्रद्धालुओं की सुविधा, संख्या, वित्तीय, व्यवस्था, क्षिप्रा की स्वच्छता के लिए बनाई गई है। सभी किसानों को 18 मीटर या उससे ज्यादा चौड़ी रोड़ पर जमीन दी जाएगी। सभी किसानों की भूमि मुख्य रोड पर आ जाएगी। किसान अपनी जमीन बेचने को स्वतंत्र रहेंगे।
उन्होने बताया कि योजनांतर्गत 50 प्रतिशत जमीन किसानों को वापस दी जाएगी। बाकी 50 प्रतिशत जमीन का किसानों को विशेष अनुदान सरकार द्वारा दिया जाना प्रस्तावित है। गाइडलाइन के रेट से भी ज्यादा मुआवजा किसानों को शासन द्वारा दिया जाएगा। अगले दो सालों तक किसानों को फसल उगाने की अनुमति भी रहेगी। इस स्पिरिचुअल सिटी के विकास से पर्यटन बढ़ेगा और उज्जैन की अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा। प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस योजना का फायदा किसानों को मिलेगा।
उन्होने कहा कि जहां तक धर्म का विषय है, आस्था का प्रश्न है, इसलिए इस लैंड पूलिंग योजना में किसानों को विशेष अनुदान दिया जाना प्रस्तावित है। उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा भूमि को किसी को विक्रय नहीं किया जाएगा। किसान अपनी जमीन को लेकर स्वतंत्र रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्वेल