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भीम आर्मी के नेताओं को अंदेशा, प्रदर्शन से पूर्व पुलिस कर सकती है नजरबंद
हिसार, 2 फरवरी (हि.स.)। भीम आर्मी के नेताओं संतलाल अंबेडकर व अमित जाटव ने
आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन द्वारा प्रदर्शन के संबंध में डराने-धमकाने के उद्देश्य
से उन्हें नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस तीन फरवरी को हिसार पुलिस के खिलाफ प्रस्तावित
शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए दिया गया है।
भीम आर्मी नेता संतलाल अंबेडकर एवं अमित जाटव ने कहा कि प्रदर्शन के माध्यम
से अमित जाटव को बस स्टेंड चौकी में थर्ड डिग्री टॉर्चर करने वाले चार आरोपित पुलिसकर्मियों
को गिरफ्तार कर निलंबित करने, जांच अधिकारी महेंद्र द्वारा मनमर्जी करते हुए 42 दिन
बाद मामूली धाराओं में केस दर्ज करने तथा जांच अधिकारी की भूमिका जांचने के मामले में
न्याय की मांग की जाएगी। एसपी हिसार की तरफ़ से पुलिस नोटिस मिलने के बाद प्रतिक्रिया
देते हुए भीम आर्मी के दोनों नेताओं संतलाल अंबेडकर और अमित जाटव ने कहा कि हमने पुलिस
नोटिस का लिखित जवाब दे दिया है। हमारा आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और संवैधानिक
है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण
ढंग से एकत्रित होने का अधिकार है। प्रशासन द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को रोकने
के लिए डराने-धमकाने की कार्रवाई पूरी तरह से असंवैधानिक है और लोकतांत्रिक मूल्यों
का उल्लंघन करती है। भीम आर्मी के नेता संतलाल अंबेडकर ने कहा कि हम किसी भी प्रकार
की हिंसा या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ हैं। हमारा यह आंदोलन पुलिसिया
अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का शांतिपूर्ण प्रयास है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया
कि वह हमारी लोकतांत्रिक गतिविधियों में बाधा डालने के बजाय न्याय प्रक्रिया को निष्पक्ष
बनाए रखने में सहयोग करें। भीम आर्मी का यह आंदोलन जारी रहेगा और यदि प्रशासन ने दमनकारी
कदम उठाए तो हम कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से उसका विरोध करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर