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धर्मशाला, 3 नवंबर (हि.स.)। चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने नाबार्ड, हरियाणा के अधिकारियों के लिए कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में हालिया प्रगति विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। नाबार्ड हरियाणा क्षेत्रीय कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा प्रायोजित यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय के सभागार में द्विमासिक संरचित बैठक के अंतर्गत आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति डॉ. अशोक कुमार पांडा ने किया, जिन्होंने कृषि में सतत, प्रौद्योगिकी-संचालित और किसान-केंद्रित नवाचारों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कृषि-आधारित उद्यमिता, नवाचार और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालय के साथ नाबार्ड के निरंतर सहयोग की सराहना की।
नाबार्ड (हरियाणा) की मुख्य महाप्रबंधक निवेदिता तिवारी ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। उन्होंने हरियाणा सहित कई राज्यों में पायलट पहल के रूप में कार्यान्वित किए जा रहे नाबार्ड के क्लस्टर कार्यालय दृष्टिकोण का एक गहन अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कैसे यह दृष्टिकोण अभिसरण को बढ़ाता है, संसाधनों का अनुकूलन करता है, और किसानों की आजीविका में सुधार के लिए मूल्य-श्रृंखला संबंधों को मजबूत करता है। नाबार्ड (हरियाणा) के महाप्रबंधक सुनील के. कौशिक ने कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया।
अपने स्वागत भाषण में, विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. विनोद शर्मा ने कृषक समुदायों के लाभ के लिए शिक्षाविदों, वित्तीय संस्थानों और विस्तार प्रणालियों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया