20 अक्टूबर से खुलेगा गाजा का राफा बॉर्डर क्रॉसिंग, मिस्र में फिलिस्तीनी दूतावास का ऐलान
20 अक्टूबर से खुलेगा गाजा का राफा बॉर्डर क्रॉसिंग, मिस्र में फिलिस्तीनी दूतावास का ऐलान


काहिरा/गाजा, 18 अक्टूबर (हि.स.)। दो साल से जारी संघर्ष के बीच अमेरिका-प्रेरित संघर्ष विराम और बंधक समझौते के एक सप्ताह बाद गाजा और मिस्र के बीच रफ़ा बॉर्डर क्रॉसिंग 20 अक्टूबर से फिर से खोला जाएगा। यह जानकारी मिस्र स्थित फिलिस्तीनी दूतावास ने शुक्रवार को दी।

दूतावास के अनुसार, यह क्रॉसिंग मई 2024 से अधिकांश समय बंद रही थी और इसके खुलने के बाद मिस्र में रह रहे फिलिस्तीनी नागरिकों को गाज़ा लौटने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, दूतावास ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मानवीय सहायता या राहत सामग्री को भी इस मार्ग से गुजरने की अनुमति दी जाएगी या नहीं।

संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के अनुसार, संघर्षविराम लागू होने के बाद से गाज़ा में औसतन 560 टन खाद्य सामग्री प्रतिदिन पहुंचाई जा रही है, लेकिन यह वास्तविक ज़रूरतों से काफी कम है।

राफा क्रॉसिंग को इजराइल द्वारा मई 2024 में गाजा पक्ष पर नियंत्रण करने के बाद सहायता आपूर्ति के लिए बंद कर दिया गया था। हालांकि, इसे शुरुआती 2025 में कुछ समय के लिए खोला गया था जब दोनों पक्षों के बीच अस्थायी युद्धविराम लागू हुआ था।

लगातार दो वर्षों की बमबारी और नाकेबंदी के बाद गाजा में खाद्य, दवाइयों, आश्रय और राहत सामग्री की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। मार्च 2025 में इजराइल द्वारा 11-सप्ताह की नाकेबंदी ने स्थिति और बिगाड़ दी, जिससे खाद्य भंडार समाप्त होने लगे और कीमतों में भारी उछाल आया।

अगस्त में एक वैश्विक भुखमरी निगरानी एजेंसी ने गाजा सिटी के उत्तरी हिस्से में अकाल की स्थिति घोषित की थी। इजराइल ने इस रिपोर्ट को “भ्रामक और पक्षपाती” बताते हुए खारिज कर दिया था। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, कुपोषण से अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इज़राइल इन आंकड़ों को “बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया” बताता है।

जुलाई के अंत में इजराइल ने गाज़ा में अधिक सहायता पहुंचाने के उपायों की घोषणा की, लेकिन राफा क्रॉसिंग बंद रहने के कारण अधिकांश खेपों को करीब 3 किलोमीटर दक्षिण स्थित इसराइली क्रॉसिंग “केरेम शालोम” के माध्यम से भेजा गया।

मानवीय संगठनों और ट्रक चालकों ने शिकायत की कि केरेम शालोम क्रॉसिंग पर जटिल प्रक्रियाएं, सीमित कार्य घंटे और कागजी औपचारिकताओं में सख्ती के कारण वे केवल जरूरत के एक छोटे हिस्से तक ही मदद पहुंचा पा रहे हैं।

इजराइल का कहना है कि उसने गाजा में सहायता आपूर्ति को सीमित नहीं किया है, जबकि राहत एजेंसियों का कहना है कि राफा क्रॉसिंग का खुलना ही सहायता और वापसी दोनों के लिए एक बड़ा राहत कदम साबित होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय