महंगाई के मोर्चे पर जनता को एक और झटका : नेता प्रतिपक्ष
देहरादून, 27 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राज्य म
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य।


देहरादून, 27 अप्रैल (हि.स.)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान पूरा होने के बाद अब एक बार फिर महंगाई के मोर्चे पर जनता को बड़ा झटका लगा है और जनता पर महंगाई की मार पड़ गई।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य आर्य ने एक जारी बयान में कहा कि राज्य में बिजली की कीमतों में करीब 7 फीसदी तक का उछाल आया है,जिसका सीधा असर राज्य के 22 लाख उपभोक्ताओं पर होगा। इतना ही नहीं सरकार ने उपभोक्ताओं पर फिक्स चार्ज को भी बढ़ाया है। यानी उपभोक्ताओं पर दाम बढ़ाने को लेकर दोहरी मार पड़ी है। बड़ा सवाल है की प्रदेश में बिजली की बढ़ी हुई यह दरें इसी महीने एक अप्रैल से लागू होंगी। फिर एक अप्रैल से पहले ही इसकी घोषणा क्यों नहीं की गई?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आयोग की मुहर के बाद घरेलू उपभोक्ताओं को 3.40 रुपये से 7.35 रुपये प्रति यूनिट तक बढ़ोत्तरी की गई है। इसके अलावा 100 यूनिट तक खर्च करने पर 3.40 रुपये प्रति यूनिट और 400 यूनिट से ज्यादा खर्चने पर 7.35 रुपये प्रति यूनिट और फिक्स चार्ज भी 70 रुपये से बढ़कर 85 रुपये प्रति माह हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड दूसरे राज्यों को सस्ते दामों पर बिजली उपलब्ध करा रहा है,लेकिन अपने ही राज्य में डबल इंजन की सरकार सबसे महंगी बिजली उपभोक्ताओं को दे रही है। एक तरफ घटती आय व मांग की वजह से देश की उत्पादकता दर लगातार नीचे जा रही है, वहीं प्रदेश में बिजली की दरें ऊपर जा रही हैं। कारोबारी व जनता, सब त्रस्त हैं, उत्तराखंड में बिजली दर बढ़ने से निवेशक और दूर होगा।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार की ओर से बिजली की दरों को बढ़ाने को मंजूरी देना पूरी तरह से जनविरोधी फैसला है। इससे प्रदेश की मेहनती जनता पर महंगाई का और ज्यादा बोझ बढ़ेगा व उनका जीवन और भी अधिक त्रस्त व कष्टदायी होगा। सरकार पहले गुणवत्ता युक्त बिजली प्रदान करे। न तो पर्याप्त बिजली मिल रही है न मेंटेनेंस हो रहा है। ऐसे में शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव बेमानी है। सरकार को इस पर तुरन्त पुनर्विचार करना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश/प्रभात