विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारतीय पुरुष कम्पाउंड टीम ने रचा इतिहास, पहली बार स्वर्ण पदक
- भारतीय मिश्रित जोड़ी ने कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया नई दिल्ली, 07 सितंबर (हि.स.)। भारतीय पुरुष कम्पाउंड तीरंदाजी टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने कोरिया के ग्वांगझू में खेले जा रहे विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2025 मे
विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2025: भारतीय पुरुष कम्पाउंड तीरंदाजी टीम ने रचा इतिहास, पहली बार जीता स्वर्ण पदक


- भारतीय मिश्रित जोड़ी ने कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया

नई दिल्ली, 07 सितंबर (हि.स.)। भारतीय पुरुष कम्पाउंड तीरंदाजी टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय टीम ने कोरिया के ग्वांगझू में खेले जा रहे विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप 2025 में रविवार को कंपाउंड पुरुष टीम स्पर्धा में फ्रांस को हराकर पहली बार स्वर्ण पदक जीता।

ऋषभ यादव, अमन सैनी और प्रथमेश फुगे की भारतीय टीम ने फाइनल में हर पल संयम बनाए रखा और शानदार प्रदर्शन किया। कंपाउंड पुरुष टीम स्पर्धा के फाइनल में भारतीय टीम पहले सेट में अपने फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों निकोलस गिरार्ड, जीन फिलिप बौल्च और फ्रांस्वा डुबोइस से 59-57 से पिछड़ गयी। हालांकि इसके बाद दूसरे सेट में भारतीय खिलाड़ियों ने वापसी करते हुए 60-58 के अंतर से जीतते हुए स्कोर बराबर (117-177) कर दिया।

तीसरे सेट में दोनों टीमों की ओर से स्कोर बराबर रहा। अंत में चौथे सेट में भारतीय टीम ने 59 का स्कोर बनाया, जबकि फ्रांस की टीम 57 अंक ही बना पायी। इस तरह भारतीय टीम ने दो अंक की बढ़त हासिल करते हुए फ्रांस को 235-233 के अंतर से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

इससे पहले ज्योति सुरेखा वेन्नम और ऋषभ यादव की भारतीय मिश्रित जोड़ी ने कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया। भारतीय तिरंदाजी जोड़ी नीदरलैंड के माइक श्लोएसर और सान्ने डे लाट के खिलाफ रोमांचक फाइनल में 155-157 से हार गई। पहले सेट में भारतीय खिलाड़ियों ने 39-38 की बढ़त बनाई, लेकिन इसके बाद के सेटों में वह पिछड़ गए, जिससे टीम फाइनल में हार गई। भारतीय टीम को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। ---------------

हिन्दुस्थान समाचार / वीरेन्द्र सिंह