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जम्मू, 6 सितंबर (हि.स.)।
भारत के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रतीक के अपमान के शर्मनाक कृत्य के लिए नेकां को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व एमएलसी विबोध गुप्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने के लिए जानबूझकर इस तरह के कुंठित प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों का विश्वास खो चुकी एनसी इस बात को पचा नहीं पा रही है कि विकास और प्रगति जम्मू-कश्मीर की सर्वोच्च प्राथमिकता बन गई है और इसलिए वे इस तरह के विभाजनकारी और अस्थिर करने वाले कृत्यों का सहारा ले रहे हैं। विबोध ने दृढ़ता से कहा कि राष्ट्रीय प्रतीक सिर्फ पत्थर में उकेरी गई या कागज पर छपी एक छवि नहीं है - यह भारत की जीवित भावना है जो हमारी संप्रभुता, ताकत और शाश्वत एकता का प्रतिनिधित्व करती है।
उन्होंने कहा यह धर्म, जाति या क्षेत्र से ऊपर है। यह प्रत्येक भारतीय का समान रूप से है और हमारी महान मातृभूमि के सम्मान और गरिमा को दर्शाता है। उन्होंने गहरी पीड़ा व्यक्त करते हुए घोषणा की कि जो लोग राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान करने का साहस करते हैं वे इस देश के प्रत्येक नागरिक का अपमान करते हैं और हमारे लोकतंत्र की नींव को कमजोर करते हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के लापरवाह और अपमानजनक कृत्यों को कड़ी से कड़ी कानूनी सजा दी जानी चाहिए ताकि कोई भी इसे दोहराने की हिम्मत न कर सके।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता