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जम्मू, 6 सितंबर (हि.स.)।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की दूसरी बटालियन ने जम्मू स्थित अपने मुख्यालय में छह दिवसीय बुनियादी आपदा प्रबंधन पाठ्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जो विशेष रूप से 23वीं विंग वायु सेना स्टेशन, जम्मू के कर्मियों के लिए तैयार किया गया था।
1 सितंबर से शुरू हुए और 6 सितंबर, 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुए इस प्रशिक्षण में 32 वायु योद्धाओं ने भाग लिया।
आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया में क्षमता निर्माण के लिए डिज़ाइन किए गए इस पाठ्यक्रम में सैद्धांतिक सत्रों और व्यावहारिक अभ्यासों का एक व्यापक मिश्रण प्रस्तुत किया गया। पाठ्यक्रम में प्रभावी आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक जीवन रक्षक तकनीकों और प्रोटोकॉल पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को आपात स्थिति के दौरान तेज़ी से और कुशलता से कार्य करने के लिए ज्ञान और आत्मविश्वास से सशक्त बनाना था।
इस पाठ्यक्रम ने अंतर-एजेंसी सहयोग के महत्व को रेखांकित किया, जिससे सामुदायिक लचीलापन बढ़ाने में भारतीय वायु सेना और एसडीआरएफ के बीच मजबूत सहयोग को बल मिला।
उद्घाटन और समापन समारोह में दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिनमें एसडीआरएफ द्वितीय बटालियन के कमांडेंट जाहिद मन्हास, ग्रुप कैप्टन जे एस सूदन और ग्रुप कैप्टन अम्ब्रेश पंडित शामिल थे।
जाहिद मन्हास ने लगातार बढ़ती और जटिल आपदाओं के दौर में तैयारी की बढ़ती ज़रूरत पर ज़ोर दिया। समापन समारोह के दौरान जाहिद मन्हास ने कहा, हम इस तरह की सहयोगात्मक प्रशिक्षण पहलों के ज़रिए अपनी प्रतिक्रिया क्षमताओं को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस कोर्स के दौरान हासिल किया गया ज्ञान और कौशल हमारे वायु योद्धाओं को मुश्किल परिस्थितियों में निर्णायक और कुशलता से काम करने में सक्षम बनाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / SONIA LALOTRA