Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
रांची, 3 सितंबर (हि.स.)। पदमा एकादशी के पावन अवसर पर दिव्यदेशम श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर (तिरुपति बालाजी) मन्दिर में भगवान् श्रियः पति का पांचरात्र आगम शास्त्र में बताए विधान के अनुसार पूजा-अर्चना की गई।
इसके पहले ब्रह्माण्डनायक श्रीहरि का विश्वरूप दर्शन, सुप्रभातम्, वेंकटेश स्तोत्रम्, मंगलाशासनम्, वेंकटेश प्रपत्ति और संकट हरण स्तुति की गई और पूरे देश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के संकट निवारण के लिए प्रार्थना की गई।
फिर सुश्राव्य वेदध्वनियों के बीच नक्षत्र, कुंभ और कर्पूर थाली से महाआरती की गयी। सांवा दाना का खीर, साबूदाना, आलू का लड्डू, पकौड़ा, फल और मेवे का बाल भोग निवेदित करके फिर स्तोत्रों, उपनिषदों और श्रुतिसम्मत स्तुतियों से स्तवन हुआ।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों ने भक्तार्तिनाशन भगवान श्रीवेंकटेश्वर की पूजा-अर्चना के आयोजन में भाग लिया और उनकी कृपा प्राप्त की। श्रद्धालुओं ने भगवान पूजा में हर्ष हृदय से भाग लिया और उन्हें आध्यात्मिक शान्ति और आत्मिक सुख की प्राप्ति हुआ।
अनुष्ठान को अर्चक सुरज गौतम, गोपेश आचार्य और नारायण दास ने शास्त्र सम्मत तरिके से संपन्न कराया।
आयोजन में राम अवतार नारसरिया, अनूप अग्रवाल, प्रदीप नारसरिया, रंजन सिंह, गौरीशंकर साबू, उदय राठौर, सुशील लोहिया भोला वर्णवाल, सुशील गाड़ोदिया सहित अन्य भक्तों ने हिस्सा लिया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak