पीसीआर कश्मीर में बाढ़ की तैयारियों और आकस्मिक योजना पर संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित
कश्मीर, 3 सितंबर (हि.स.)। मौजूदा मौसम की स्थिति और पूर्वानुमान के मद्देनजर तैयारियों का आकलन करने और जमीनी स्तर पर कार्यरत सभी सहयोगी एजेंसियों के बीच समन्वय को मज़बूत करने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष, कश्मीर में बाढ़ की तैयारियों और आकस्मिक योजना पर
पीसीआर कश्मीर में बाढ़ की तैयारियों और आकस्मिक योजना पर संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित


कश्मीर, 3 सितंबर (हि.स.)। मौजूदा मौसम की स्थिति और पूर्वानुमान के मद्देनजर तैयारियों का आकलन करने और जमीनी स्तर पर कार्यरत सभी सहयोगी एजेंसियों के बीच समन्वय को मज़बूत करने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष, कश्मीर में बाढ़ की तैयारियों और आकस्मिक योजना पर एक संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक में विशेष पुलिस महानिदेशक (समन्वय) पुलिस मुख्यालय जम्मू-कश्मीर, कमांडेंट जनरल एचजी सीडी और एसडीआरएफ जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर, संभागीय आयुक्त कश्मीर, पुलिस महानिरीक्षक यातायात, रेंज पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक सशस्त्र और पुलिस महानिरीक्षक, कश्मीर संभाग के उपायुक्त, कश्मीर क्षेत्र के सभी ज़िला पुलिस अधीक्षक और सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

शुरुआत में ज़िला प्रमुखों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी। संभागीय आयुक्त ने तटबंध सुरक्षा, बचाव और निकासी योजनाओं, और झेलम नदी और प्रमुख नदियों के किनारे आकस्मिक व्यवस्थाओं सहित तैयारियों के उपायों का विवरण साझा किया। व्यवधान की स्थिति में वैकल्पिक संचार रणनीतियों पर भी चर्चा की गई।

भाग लेने वाले अधिकारियों ने विभागों के बीच तालमेल के महत्व को रेखांकित किया और जान-माल की सुरक्षा के लिए एक मज़बूत आपदा न्यूनीकरण योजना की आवश्यकता पर बल दिया। उच्च स्तर की तत्परता बनाए रखने, संवेदनशील स्थानों पर जनशक्ति और मशीनरी तैनात करने, जनता तक सूचना का वास्तविक समय पर प्रसार सुनिश्चित करने और जहाँ भी आवश्यक हो तुरंत निकासी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया गया।

नागरिक प्रशासन, पुलिस, सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, बाढ़ एवं सिंचाई तथा अन्य एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त नियंत्रण कक्षों की स्थापना पर विचार-विमर्श किया गया। मौजूदा प्रतिक्रिया तंत्रों की विस्तृत समीक्षा भी की गई जिसमें सक्रिय तैयारी और मज़बूत अंतर-एजेंसी समन्वय पर ज़ोर दिया गया।

बैठक ज़मीनी स्तर पर सतर्क रहने और किसी भी उभरती स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के सामूहिक संकल्प के साथ संपन्न हुई।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता