Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जम्मू, 3 सितंबर (हि.स.)।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जम्मू कश्मीर ने अधिकारियों से 21 सितंबर, 2025 को होने वाली सिविल जज परीक्षा स्थगित करने की तत्काल अपील की है। हाल ही में आई बाढ़ जैसी स्थिति और प्रतिकूल मौसम ने राज्य को बुरी तरह प्रभावित किया है जिससे सामान्य जनजीवन ठप हो गया है।
एबीवीपी ने छात्रों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला है जिनमें बाधित कनेक्टिविटी, गंभीर बिजली कटौती, नेटवर्क और संचार संबंधी समस्याएं, अध्ययन सामग्री का नुकसान, परिवारों का विस्थापन, मनोवैज्ञानिक तनाव और असमान अवसर शामिल हैं। इन चुनौतियों ने छात्रों के लिए परीक्षा की तैयारी करना बेहद मुश्किल बना दिया है।
सनक श्रीवत्स, राज्य सचिव, एबीवीपी जम्मू कश्मीर ने कहा कि राज्य हाल ही में आई बाढ़ जैसी स्थिति के कारण अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रहा है। हम अधिकारियों से आग्रह करते हैं कि वे छात्रों के कल्याण को प्राथमिकता दें और 21 सितंबर, 2025 को होने वाली जेकेपीएससी सिविल जज परीक्षा को स्थगित कर दें। वर्तमान स्थिति ने छात्रों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे उनके लिए परीक्षा की तैयारी करना बेहद मुश्किल हो गया है। हमारा मानना है कि निष्पक्षता और समान अवसर आवश्यक सिद्धांत हैं जिनका प्रतियोगी परीक्षाओं में पालन किया जाना चाहिए।
छात्रों द्वारा सामना की जा रही वास्तविक कठिनाइयों को देखते हुए हम जेकेपीएससी से अनुरोध करते हैं कि वे परीक्षा को बाद की किसी उपयुक्त तिथि तक स्थगित करने पर विचार करें जब परिस्थितियाँ अनुकूल हों और सभी उम्मीदवारों की निष्पक्ष भागीदारी सुनिश्चित हो सके। हमें उम्मीद है कि अधिकारी प्रभावित छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए तत्काल कार्रवाई करेंगे
और उन्हें आवश्यक राहत और सहायता प्रदान करेंगे।
छात्रों की वास्तविक कठिनाइयों को देखते हुए एबीवीपी ने जेकेपीएससी से अनुरोध किया है कि
सिविल जज परीक्षा को बाद की किसी उपयुक्त तिथि तक स्थगित कर दिया जाए जब परिस्थितियाँ अनुकूल हों,
और सभी उम्मीदवारों की निष्पक्ष भागीदारी सुनिश्चित हो सके। यह निर्णय समानता और कानून के शासन के सिद्धांतों को बनाए रखेगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता