अनाथ पुष्पिता राय पंचतत्व में विलीन, विहिप ने निभाया दायित्व
रांची, 2 सितंबर (हि.स.)। वृद्धाश्रम अपना घर लटमा रोड, हेसाग में रह रही 79 वर्षीय पुष्पिता राय का मंगलवार को निधन हो गया। प्राकृतिक कारणों से हुई मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार रांची के हरमू मुक्तिधाम में हिंदू रीति-रिवाज के साथ किया गया। इस दायित्
अंतिम दाह संस्कार में विहिप सदस्य और अन्य


रांची, 2 सितंबर (हि.स.)। वृद्धाश्रम अपना घर लटमा रोड, हेसाग में रह रही 79 वर्षीय पुष्पिता राय का मंगलवार को निधन हो गया। प्राकृतिक कारणों से हुई मृत्यु के बाद उनका अंतिम संस्कार रांची के हरमू मुक्तिधाम में हिंदू रीति-रिवाज के साथ किया गया। इस दायित्व को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और समाजसेवियों ने पूरा किया। समाजसेवी संतोष अग्रवाल ने अब तक 100 से अधिक असहाय और अनाथ व्यक्तियों का दाह संस्कार किया है। उन्‍होंने पुष्पिता राय को मुखाग्नि दी और संपूर्ण व्यवस्था संभाली।

बताया गया कि डोरंडा के एक संभ्रांत परिवार से संबंध रखने वाली पुष्पिता राय का परिवार कालांतर में समाप्त हो गया था। सीसीएल से सेवानिवृत्ति के बाद आय और संपत्ति खत्म होने पर वे पिछले सात–आठ वर्षों से वृद्धाश्रम में रह रही थीं। उनका आग्रह था कि मृत्यु के बाद उनका दाह संस्कार विधिवत हिंदू रीति से की जाए।

मौके पर विहिप सेवा विभाग के प्रवक्ता संजय सर्राफ ने बताया कि परिषद ने 2016 से यह संकल्प लिया है कि रांची में किसी भी असहाय और अनाथ व्यक्ति का दाह संस्कार पूरे विधि-विधान से किया जाएगा।

अंतिम दाह संस्कार के अवसर पर विहिप रांची महानगर अध्यक्ष कैलाश केसरी, नारनौली अग्रवाल सभा के प्रकाश अग्रवाल, राजेश अग्रवाल (हरमू) और विजय मिंज अपने पुत्रों आशीष मिंज और अभय मिंज के साथ मौजूद थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar