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जम्मू, 9 अगस्त (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) ने शनिवार को श्रीनगर स्थित पार्टी कार्यालय में भारत छोड़ो दिवस मनाया और बापू के नेतृत्व में हुए भारत छोड़ो आंदोलन में स्वतंत्रता सेनानियों के सर्वोच्च बलिदानों को याद किया। इस मौके पर जेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा, एआईसीसी महासचिव गुलाम अहमद मीर समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया और स्वतंत्रता संग्राम के महत्व पर प्रकाश डाला।
कर्रा ने महात्मा गांधी के करो या मरो के आह्वान को याद करते हुए कहा कि आज हमें भी लोकतंत्र बचाने के लिए ऐसे ही मिशन की जरूरत है जिसे भाजपा सरकार हर दिन कमजोर कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस, भाजपा, वीएचपी और बजरंग दल की जड़ें हिंदू महासभा में हैं जिसने ब्रिटिश हुकूमत का साथ दिया था। इस अवसर पर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस का प्रसारण भी किया गया जिसमें भाजपा-ईसीआई गठजोड़ और चुनावी धांधली के मुद्दे को उजागर किया गया। कर्रा ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे इसे जम्मू-कश्मीर के हर कोने में पहुंचाएं।
कार्यक्रम के दौरान हमारी रियासत हमारा हक अभियान के तहत पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल भी शुरू की गई। कर्रा ने कहा कि 2019 में राज्य के विभाजन के बाद से जम्मू-कश्मीर के लोग अभूतपूर्व परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं और केंद्र सरकार बहाली के वादे के बावजूद जानबूझकर देरी कर रही है। उन्होंने दोहराया कि जनता के अधिकार लौटाए जाने तक संघर्ष जारी रहेगा। जेपीसीसी अध्यक्ष रविवार को जम्मू में भी भूख हड़ताल में शामिल होंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा