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जम्मू, 8 अगस्त (हि.स.)। जीजीएम साइंस कॉलेज, जम्मू ने जिला प्रशासन के सहयोग से नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एक व्यापक सूचना, शिक्षा और संचार अभियान का आयोजन किया। इस अभियान का उद्देश्य युवाओं और समुदाय को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना और एक नशा-मुक्त समाज की ओर सार्थक कदम बढ़ाना था। कार्यक्रम का समन्वय कॉलेज की एनसीओआरडी समिति ने किया, जिसमें एनएसएस और एनसीसी इकाइयों, विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम, और प्रवेश समिति सहित विभिन्न कॉलेज इकाइयों ने सक्रिय सहयोग दिया। 200 से अधिक छात्र, अभिभावक और स्टाफ सदस्य इस मुहिम में शामिल हुए, जिससे सामुदायिक सहभागिता और साझा जिम्मेदारी की भावना उजागर हुई।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश कुमार गुप्ता ने स्वागत भाषण में इस संयुक्त प्रयास की सराहना की और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए निरंतर जागरूकता और सामुदायिक रणनीति की आवश्यकता पर बल दिया। जिला प्रशासन द्वारा नामित वक्ताओं ने विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला जिसमे डॉ. भावना रैना, चिकित्सा अधिकारी ने नशे के मानसिक और शारीरिक प्रभावों की जानकारी दी, पीएसआई विक्रम सिंह, पुलिस चौकी नहर से, ने नशा तस्करी और रखने की कानूनी सज़ाओं पर चर्चा की, शिफाली गुप्ता, वरिष्ठ व्याख्याता, ने नशे से पढ़ाई और सामाजिक जीवन में आने वाली बाधाओं पर बात की, मोनिका जम्वाल, शिक्षक, ने युवाओं को प्रेरणादायक कहानियों के माध्यम से बदलाव के दूत बनने की प्रेरणा दी।
इसके बाद एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों ने सक्रिय रूप से सवाल पूछे और अपने विचार साझा किए। अतिथियों ने छात्रों के उत्साह और जागरूकता की सराहना करते हुए ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर जोर दिया। कार्यक्रम का समापन डॉ. अमित बाली, सहायक प्रोफेसर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। सभी उपस्थितजनों के लिए जलपान की व्यवस्था भी की गई।
यह अभियान केवल एक जागरूकता कार्यक्रम नहीं था, बल्कि युवाओं को नशा विरोधी आंदोलन का नेतृत्व करने की प्रेरणा देने वाला एक प्रभावशाली प्रयास था। जीजीएम साइंस कॉलेज ने एक बार फिर नशा-मुक्त, स्वस्थ और सुरक्षित शैक्षणिक वातावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा