Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
श्रीनगर ,7 अगस्त (हि.स.)।, जम्मू-कश्मीर सरकार ने कथित तौर पर झूठी कहानियों को बढ़ावा देने्, आतंकवाद का महिमामंडन करने और भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसा भड़काने वाली 25 किताबों को ज़ब्त करने का आदेश दिया है।
ज़ब्त की गई किताबों में अरुंधति रॉय, सुमंत्रा बोस, ए.जी. नूरानी और विक्टोरिया स्कोफ़ील्ड जैसे शिक्षाविदों, इतिहासकारों और कार्यकर्ताओं की रचनाएँ शामिल हैं। यह अधिसूचना गृह विभाग द्वारा जारी की गई है जो जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के अधीन है।
जम्मू-कश्मीर गृह विभाग द्वारा 5 अगस्त को जारी अधिसूचना में कहा गया है जांच और विश्वसनीय खुफिया जानकारी पर आधारित उपलब्ध साक्ष्य स्पष्ट रूप से संकेत देते हैं कि हिंसा और आतंकवाद में युवाओं की भागीदारी के पीछे एक महत्वपूर्ण कारक झूठे आख्यानों और अलगाववादी साहित्य का व्यवस्थित प्रसार रहा है जो अक्सर ऐतिहासिक या राजनीतिक टिप्पणियों के रूप में आंतरिक रूप से प्रसारित होता है। यह साहित्य युवाओं को गुमराह करने आतंकवाद का महिमामंडन करने और भारतीय राज्य के विरुद्ध हिंसा भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसमें आगे कहा गया है कि यह साहित्य शिकायत पीड़ित होने और आतंकवादी वीरता की संस्कृति को बढ़ावा देकर युवाओं के मानस पर गहरा प्रभाव डालेगा। इस साहित्य ने जम्मू-कश्मीर में युवाओं के कट्टरपंथीकरण में जिन तरीकों से योगदान दिया है उनमें ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ना, आतंकवादियों का महिमामंडन, सुरक्षा बलों का अपमान धार्मिक कट्टरपंथ, अलगाव को बढ़ावा देना हिंसा और आतंकवाद का मार्ग प्रशस्त करना आदि शामिल हैं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता