संसार में संस्कार से कीमती कोई बड़ी चीज नहीं : रामप्रताप शास्त्री
कथावाचक आचार्य प्रवर रामप्रताप शास्त्री ''कोविद''।


धमतरी, 5 अगस्त (हि.स.)। ग्राम रुद्री के श्री नगर कालोनी में सिन्हा परिवार द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह कथावाचक रामप्रताप शास्त्री ''कोविद'' श्रोताओं को मनुष्य जन्म की महत्ता बताते हुए कहा कि, कथा के माध्यम से हम अपना और अपने स्वजनों का कल्याण करते है। संसार में संस्कार से कीमती कोई बड़ी चीज नहीं है। अपनी संतानों को संस्कार दीजिए। बुढ़ापे में पैसा नहीं संस्कार काम में आएगा।

कथावाचक रामप्रताप सिंह शास्त्री ने कहा कि, छोटे बच्चे कथा में सजीव भगवान के समान कथा सुनने आते है। 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मनुष्य का जन्म मिलता है। मनुष्य का शरीर दुर्लभ है। इससे ही मुक्ति का मार्ग खुलता है। कर्म करते समय अच्छे और बुरे के बारे में जरूर सोचें। क्योंकि अपने कर्म का फल हमको ही भोगना है। सत्कर्म करोगे मोक्ष मिलेगा। मनुष्य विवेकी प्राणी होता है। भगवान की भक्ति करें। मनुष्य जन्म की उपयोगिता समझिए। देवता भी मनुष्य जन्म पाने के लिए कामना करते है। जीते जी आत्म कल्याण का साधन ढूंढे। सारी संपत्ति बना लो स्वयं का कल्याण नहीं हुआ, तो जीवन व्यर्थ चला जाएगा। जीते जी परिवार का पालन पोषण एवं प्रेम भाव रखो। लेकिन दूसरों का बनाते - बनाते स्वयं का न बिगड़ जाएं। उसका ध्यान भी जरूर रखें। जीवन में परमार्थ का साधन अर्थ से करते रहो। मालूम हो कि श्री नगर कालोनी रुद्री निवासी चेतन सिन्हा एवं राजलक्ष्मी सिन्हा द्वारा एक अगस्त से आठ अगस्त तक श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया है।

इस अवसर पर फागूराम सिन्हा, श्याम बाई सिन्हा, लाभांश सिन्हा, राधेश्याम, भारती, भूषण लाल, नर्मदा, डेमन, हीरामणि, चित्ररेखा, नारायण लाल, अश्वनी, लीना, हिमांचल, हेमा कटलहरे, मधु सिन्हा सहित कालोनीवासी एवं स्वजन बड़ी संख्या में शामिल हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा