उपराज्यपाल ने स्कॉस्ट-जम्मू के 9वें दीक्षांत समारोह को किया संबोधित
उपराज्यपाल ने स्कॉस्ट-जम्मू के 9वें दीक्षांत समारोह को किया संबोधित


जम्मू 04 अगस्त (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्कॉस्ट-जम्मू के 9वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।

अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने सभी स्नातक छात्रों को बधाई दी। उन्होंने विश्वविद्यालय के 25 गौरवशाली वर्ष पूरे होने पर प्रबंधन, संकाय और कर्मचारियों को भी बधाई दी।

उपराज्यपाल ने कृषि क्षेत्र में नवाचार और उत्पादकता एवं दक्षता बढ़ाने में नारी शक्ति के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।

उन्होंने कहा कि जलवायु अनुकूल फसलें, कीट प्रबंधन, जैव प्रौद्योगिकी समाधान, जैविक खेती जैसे क्षेत्रों में महिला वैज्ञानिकों की भागीदारी ने अमूल्य योगदान दिया है।

उपराज्यपाल ने कहा कि कृषि और संबद्ध क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व में विकास हो रहा है। मुझे बेहद गर्व है कि स्नातकोत्तर और स्नातकोत्तर स्तर पर 8 स्वर्ण पदक विजेताओं में से 7 हमारी बेटियाँ हैं। पीएचडी और स्नातकोत्तर स्तर पर 35 योग्यता प्रमाणपत्रों में से 32 योग्यता प्रमाणपत्र हमारी बेटियों को प्रदान किए गए। यह कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में नारी शक्ति के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है और मेरा मानना है कि वे स्थायी कृषि के लिए नवाचार को बढ़ावा देंगी और किसानों की आय में वृद्धि करेंगी।

दीक्षांत समारोह में उपराज्यपाल ने किसानों की आय, जोखिम न्यूनीकरण और किसान-उद्योग संबंधों को मज़बूत करने हेतु स्थायी कृषि पद्धतियों हेतु एक मज़बूत नवाचार और आधुनिक प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता पर बात की। उन्होंने कहा कि किसान कल्याण माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। समग्र कृषि विकास कार्यक्रम और जम्मू-कश्मीर में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार परियोजना का किसानों की आय पर सकारात्मक प्रभाव अब दिखाई दे रहा है।

बीज से बाजार तक के सभी चरणों में संपूर्ण परिवर्तन जम्मू-कश्मीर में हमारा मंत्र रहा है। छोटे और सीमांत किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयोगशाला से भूमि तक के संकल्प को साकार किया गया है।

उपराज्यपाल ने वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की नई पीढ़ी से स्मार्ट खेती पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि बीज उत्पादन, कीट प्रबंधन, खाद्य प्रसंस्करण, कृषि मशीनीकरण में क्रांति ने युवा पेशेवरों के लिए उत्पाद विकास और गुणवत्ता नियंत्रण में योगदान करने के अवसर सुनिश्चित किए हैं।

इस अवसर पर उपराज्यपाल ने एक अत्याधुनिक एक्स-सीटू जीन बैंक का उद्घाटन किया। स्कॉस्ट जम्मू देश का तीसरा ऐसा संस्थान बन गया है जिसके पास एक्स-सीटू जीन बैंक है। यह सुविधा बीज, पादप ऊतक, पशु जर्मप्लाज्म जैसे आनुवंशिक संसाधनों को उनके प्राकृतिक आवास से बाहर संरक्षित करेगी और प्रजनन एवं अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए एक अमूल्य संसाधन साबित होगी।

उपराज्यपाल ने 200 बिस्तरों वाले किसान छात्रावास और सामान्य शैक्षणिक सुविधाओं से युक्त एक संकाय भवन की आधारशिला भी रखी। दीक्षांत समारोह के दौरान 157 स्नातकोत्तर, 46 डॉक्टरेट और 243 स्नातक उपाधियों सहित 446 उपाधियाँ प्रदान की गईं। मेधावी छात्रों को आठ स्वर्ण पदक भी प्रदान किए गए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, कृषि उत्पादन मंत्री जावीद अहमद डार, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, कृषि उत्पादन विभाग के प्रमुख सचिव शैलेंद्र कुमार, स्कॉस्ट जम्मू के उपकुलपति डॉ. बी.एन. त्रिपाठी, ,प्रबंधन बोर्ड और विश्वविद्यालय परिषद के सदस्य, संकाय सदस्य और छात्र उपस्थित थे।

दीक्षांत समारोह में विधान सभा के सदस्य और विभिन्न विश्वविद्यालयों के उपकुलपति भी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह