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जम्मू, 31 अगस्त (हि.स.)। जम्मू क्षेत्र में पिछले दिनों आई भीषण बारिश के चलते बिजली आपूर्ति व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। 220 केवी बर्न–किशनपुर ट्रांसमिशन लाइन का एक टावर झुक जाने से जम्मू, राजौरी, रियासी और पुंछ जिलों में व्यापक बिजली संकट उत्पन्न हो गया। यही लाइन तलाब टिल्लो, कैनाल रोड और रेहांड़ी जैसे प्रमुख इलाकों को भी बिजली उपलब्ध कराती है। बिजली विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए क्षतिग्रस्त टावर की मरम्मत को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया है। अधिकारियों का कहना है कि यदि यह टावर पूरी तरह ढह जाता तो चार जिलों में लंबे समय तक ब्लैकआउट की स्थिति पैदा हो सकती थी।
जम्मू कश्मीर पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेकेपीटीसीएल) ने कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की मदद भी ली है। विभाग के इंजीनियर और ग्राउंड स्टाफ लगातार दिन-रात काम कर रहे हैं और अब तक लगभग 50 प्रतिशत नेटवर्क बहाल किया जा चुका है। अभूतपूर्व बारिश के कारण बिजली ढांचे को भारी नुकसान पहुँचा है। जगह-जगह नाले और दरियाई बहाव से तार टूट गए, जबकि गिरे हुए पेड़ों ने हाई व लो टेंशन नेटवर्क को प्रभावित किया। फिर भी, जेपीडीसीएल ने आवश्यक सेवाओं—जैसे अस्पताल और जलापूर्ति—को बचाए रखने के लिए सीमित आपूर्ति को रोटेशनल आधार पर सुनिश्चित किया।
विभाग के अनुसार, क्षतिग्रस्त टावर की मरम्मत युद्धस्तर पर जारी है और जल्द ही जम्मू क्षेत्र में पूरी तरह बिजली बहाल होने की उम्मीद है। हालांकि, लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम से कार्य में कुछ देरी हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा