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श्रीनगर, 31 अगस्त हि.स.। जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने रविवार को कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भविष्य में माता वैष्णोदेवी तीर्थयात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाएंगे। 26 अगस्त को अर्धकुंवारी के पास हुए भूस्खलन में 30 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई थी।
कुमार ने रविवार को बताया कि घायल हुए सात लोगों की हालत अब स्थिर है। उनका संतोषजनक इलाज चल रहा है। यह एक दर्दनाक, दुखद और खेदजनक घटना है। लगभग 35-36 लोगों की जान चली गई। मैं गहन जाँच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित करने के लिए मनोज सिन्हा का आभार व्यक्त करता हूँ। यह कोई आकस्मिक यात्रा नहीं है। मनोज सिन्हा भविष्य में इस यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाएँ।
शर्मा ने एक दिन पहले घायलों से मिलने श्री माता वैष्णो देवी नारायण अस्पताल का दौरा किया और अस्पताल अधिकारियों से सभी को सर्वाेत्तम देखभाल प्रदान करने का आग्रह किया।
इस बीच गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री माता वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते में अधकुंवारी के पास 26 अगस्त को हुए भूस्खलन के कारणों की जाँच के लिए एक उच्च-स्तरीय तीन-सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया है।
एक आधिकारिक आदेश के अनुसार जम्मू-कश्मीर के जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा इस समिति का नेतृत्व करेंगे जिसमें जम्मू के संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक शामिल हैं।
समिति को विस्तृत जाँच करने और दो सप्ताह के भीतर उपराज्यपाल सिन्हा जो श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं को अपनी रिपोर्ट सौंपने का काम सौंपा गया है।
आदेश में कहा गया है कि समिति घटना के कारणों की विस्तार से जांच करेगी और किसी भी चूक को इंगित करेगी बचाव और राहत उपायों के रूप में प्रतिक्रियाओं का आकलन करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उपयुक्त एसओपी और उपाय सुझाएगी।
यह आदेश 26 अगस्त को हुए भूस्खलन के बाद आया जो जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते में स्थित अधक्वारी गुफा मंदिर में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ था।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह