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डोडा, 31 अगस्त (हि.स.)। डोडा पुलिस ने एसडीआरएफ और सेना की सहायता से शनिवार की रात भर चले साहसिक बचाव अभियान में अस्सर के करमैल इलाके में चिनाब नदी के बीच में फंसे आठ लोगों को बचाया। इन सभी की अस्थायी नाव तैरती लकड़ियों के बीच फंस गई थी।
पुलिस प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि अस्सर डोडा के करमैल इलाके में चिनाब नदी के बीच में फंसे आठ लोगों के बारे में आधी रात के आसपास सूचना मिली थी। ये लोग अस्थायी लकड़ी की नाव का इस्तेमाल कर रहे थे, लेकिन तैरती लकड़ियों के बीच फंस गए। सूचना मिलने पर जिला पुलिस त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और एसडीआरएफ तुरंत सभी आवश्यक बचाव उपकरणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। चिनाब नदी पर घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से स्थिति और बिगड़ गई थी।
पुलिस के अनुसार लगभग तीन घंटे तक चले बचाव अभियान में 48 आरआर सेना इकाई ने भी महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की, जबकि एसएचओ इंस्पेक्टर विजय कोतवाल के नेतृत्व में पीएस बटोटे की एक टीम भी मौके पर मौजूद थी। पुलिस, एसडीआरएफ, सेना और स्थानीय समर्थन के त्वरित और समन्वित प्रयासों के कारण सभी आठ व्यक्तियों को बिना किसी हताहत के सुरक्षित बचा लिया गया। बयान में कहा गया है कि अब जांच की जाएगी कि क्या वे जिला मजिस्ट्रेट के निषेधाज्ञा का उल्लंघन करके अवैध रूप से लकड़ी इकट्ठा करने के उद्देश्य से नदी में प्रवेश कर रहे थे या अन्यथा। लकड़ी की चोरी करने का प्रयास या कानूनी आदेश की अवज्ञा का मामला मिलने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पुलिस ने आम जनता से ऐसे जोखिम भरे कार्यों में शामिल न होने की अपील की है, क्योंकि असुरक्षित राफ्ट या अस्थायी साधनों का उपयोग करके चिनाब में प्रवेश करना घातक और जानलेवा साबित हो सकता है। बयान में कहा गया है कि ऐसी गैरकानूनी और खतरनाक गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।-----------
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता