बीजापुर के कोंगूपल्ली धान खरीद केंद्र में बारिश से हजाराे बाेरी धान हुआ खराब
हजाराे बाेरी धान पूरी तरह से हुई खराब


बीजापुर, 3 अगस्त (हि.स.)। जिले के कोंगूपल्ली धान खरीद केंद्र में पिछले तीन महीनों से हजारों बोरी धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। लगातार बारिश के कारण अब तक लगभग एक हजार बाेरी से अधिक धान पूरी तरह खराब हो चुका है, जबकि शेष भी बारिश में नष्ट होने की कगार पर है। त्रिपाल डालकर धान को बचाने की कोशिश की गई, लेकिन लगातार बारिश से धान की बोरियां गीली हो गई और उनमें अंकुरण शुरू हो गया है। मंडी परिसर में कीचड़ और पानी भराव के चलते ट्रक भी धान खरीद केंद्र में नहीं घुस पा रहे हैं। प्रशासन और खरीद केंद्र के बीच जिम्मेदारी तय नहीं होने के कारण सरकारी अनाज बर्बाद हो रहा है। लाखों रुपए के धान की हानि किसकी जवाबदेही में जाएगी यह सवाल अभी भी अधर में है।

बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा ने कहा कि हमारे जिले में केवल दो राइस मिल हैं, इसलिए हमें बाहरी मिलर्स पर निर्भर रहना पड़ता है । फिर भी इस लापरवाही काे लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विपणन वर्ष 2024-25 के तहत इस केंद्र से 47,641.20 क्विंटल धान की खरीद की गई थी। इसमें से 43,963 क्विंटल धान का ही परिवहन हो सका है, जबकि करीब 3,677 क्विंटल यानी 5,964 बोरी धान अब भी केंद्र में पड़ी है। जिला विपणन अधिकारी तामेश नागवंशी ने कहा कि विभाग की ओर से समय पर डिलीवरी ऑर्डर जारी कर दिया गया था और धान की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेम्पस समिति की है।

लेम्पस प्रबंधक जी. प्रसाद ने बताया कि 27 मार्च को डिलीवरी ऑर्डर जारी कर दिया गया था, लेकिन राजिम के राइस मिलर्स, ने अब तक स्टॉक नहीं उठाया है, लगातार बारिश से हालात बिगड़ चुके हैं। खरीदी केंद्र के ऑपरेटर संजय सोढ़ी और बोरा प्रभारी कमलेश धन्नूर ने बताया कि मंडी में पानी और कीचड़ के कारण ट्रक अंदर नहीं जा पा रहे। उनका कहना है कि अगर जल्दी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो बचा हुआ धान भी बर्बाद हो जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे