फ्रेंडशिप डे पर बच्चों ने टाटा जू में पेड़-पौधों और जानवरों के साथ मनाया जश्न
फ्रेंडशिप डे पर बच्चों ने टाटा जू में पेड़-पौधों और जानवरों से निभाई अनोखी दोस्ती


फ्रेंडशिप डे पर बच्चों ने टाटा जू में पेड़-पौधों और जानवरों से निभाई अनोखी दोस्ती


पूर्वी सिंहभूम, 3 अगस्त (हि.स.)। जुबली पार्क स्थित टाटा जू में फ्रेंडशिप डे के अवसर पर रविवार को स्कूली बच्चों ने पेड़-पौधों और जानवरों के साथ मिलकर दोस्ती का जश्न मनाया। बच्चों ने पारंपरिक फ्रेंडशिप बैंड इस बार अपने दोस्तों की जगह पेड़ों की टहनियों और जानवरों के बाड़ों पर बांध कर यह संदेश दिया कि इंसान और प्रकृति के बीच का रिश्ता भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में शहर के कई स्कूलों से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए, जिनमें पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता की अहमियत को समझाने के लिए विभिन्न रचनात्मक गतिविधियाँ कराई गईं।

हर साल अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाने वाला फ्रेंडशिप डे इस बार 6 अगस्त को पड़ा। आमतौर पर यह दिन दोस्तों के साथ मिलकर मौज-मस्ती करने का होता है, लेकिन टाटा जू में इसे एक अलग तरीके से मनाते हुए बच्चों ने पर्यावरण और वन्य जीवों से जुड़ने की एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की। बच्चों ने हाथों में पोस्टर और बैनर लिए जू परिसर में परेड की, जिन पर ‘पेड़ हैं हमारे सच्चे दोस्त’, ‘जानवरों से भी निभाएं दोस्ती’ जैसे संदेश लिखे हुए थे।

टाटा जू प्रशासन की ओर से इस आयोजन के पीछे उद्देश्य यही था कि बच्चे बचपन से ही पर्यावरण और जीव-जंतुओं के महत्व को समझें और उनके प्रति संवेदनशील बनें। जू प्रबंधन ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल बच्चों में रचनात्मकता को बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें प्रकृति के करीब लाकर उसमें जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करते हैं। टाटा जू पहले भी ग्रीष्मकालीन शिविरों, वन्यजीव सप्ताह, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताओं और ट्रैकिंग जैसी गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को जागरूक करने की दिशा में काम करता रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक