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रामगढ़, 28 अगस्त (हि.स.)। रामगढ़ में दिगम्बर जैन समाज के दोनों जिनालयों में जैन समाज के महान पर्व दशलक्षण आरंभ हो गया। दशलक्षण पर्व के पहले दिन उत्तम क्षमा धर्म की पूजा हुई्। बाहर से आए हुए विद्वान निवेश शास्त्री ने उत्तम क्षमा धर्म पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्रोध का कारण उपस्थित होने पर भी क्रोध न करना क्षमा है।
सामर्थ्य रहने पर भी क्रोधात्पादक निंदा, अपमान, गाली गलौज और प्रतिकूल व्यवहार होने पर भी मन में कटुता न आने देना उत्तम क्षमा धर्म है। इसके पूर्व जिनालयों में पार्श्व गायक के भजनों के बीच अभिषेक एवं शांति धारा संपन्न हुई।
प्रथम अभिषेक का सौभाग्य रामगढ़ जिनालय में अरुणा जैन परिवार, अशोक जैन, अमित काला परिवार ,संजय जैन युग-आयुष सेठी परिवार, हीरालाल जैन परिवार, विद्या प्रकाश पद्म जैन छाबड़ा परिवार एवं जीवन मल जैन, जम्बू पाटनी परिवार तथा रांची रोड जिनालय में पाना देवी सेठी परिवार को प्राप्त हुआ था।
शांतिधारा का सौभाग्य जीवन मल जम्बू परिवार एवं उषा अजमेरा परिवार को प्राप्त हुआ। रांची रोड जिनालय में शांति धारा का सौभाग्य स्वर्गीय महेंद्र कुमार, उमराव देवी पाटनी के परिवार को प्राप्त हुआ। सायंकाल भक्तिमय महाआरती का सौभाग्य राजेंद्र जैन, राजेश चूड़ीवाल परिवार को प्राप्त हुआ। दिगंबर जैन समाज के सचिव योगेश सेठी ने बताया कि दशलक्षण पर्व के दूसरे दिन उत्तम मार्दव धर्म की पूजा, भक्ति और उल्लास के साथ होगी। उपरोक्त जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी श्रवण सेठी ने दी।
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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश