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श्रीनगर, 27 अगस्त (हि.स.)। कश्मीर संभाग में खराब मौसम को देखते हुए संभागीय आयुक्त कश्मीर अंशुल गर्ग ने निचले इलाकों में किसी भी आपात स्थिति और बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए विभागों और जिला प्रशासन की तैयारियों का आकलन करने के लिए एक तत्काल बैठक बुलाई।
शुरुआत में संभागीय आयुक्त ने बाढ़ की स्थिति का विस्तृत जिलावार आकलन किया जिसमें संवेदनशील क्षेत्रों का मानचित्रण और जिला-स्तरीय नियंत्रण कक्षों की परिचालन स्थिति शामिल थी। उन्होंने आवश्यक आपूर्ति की उपलब्धता, जनशक्ति और मशीनरी की तैयारी, संसाधन कर्मियों की तैनाती और निकासी आकस्मिक योजनाओं की समीक्षा की।
गर्ग ने अधिकारियों और जनता दोनों को वास्तविक समय पर सूचना प्रसारित करने के लिए संचार माध्यमों को सक्रिय करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने उपायुक्तों को जिला और तहसील स्तरीय समिति के सदस्यों की संपर्क सूचियों को अद्यतन करने और दूरसंचार बाधित होने की स्थिति में बैकअप संचार योजनाएँ तैयार करने का निर्देश दिया।
मंडलायुक्त ने विभागों को आधिकारिक पोर्टल पर रसद और संसाधन डेटा को अद्यतन करने और यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि सभी प्रासंगिक जानकारी एक केंद्रीकृत डैशबोर्ड के माध्यम से सुलभ हो।
तैयारियों को मजबूत करने के लिए, उन्होंने भूस्खलन से प्रभावित सड़कों से मलबा तुरंत हटाने का आह्वान किया, ताकि आपातकालीन सेवाओं और आपूर्ति की आवाजाही सुगम हो सके।
बाद में मंडलायुक्त ने केंद्र शासित प्रदेश स्तर के आपातकालीन संचालन केंद्र (ईओसी) के संचालन और कार्यप्रणाली का निरीक्षण करने के लिए हरि निवास का दौरा किया जहाँ उन्होंने केंद्र के समेकित आंकड़ों और आम जनता से प्राप्त संकटकालीन कॉलों की जाँच की। उन्होंने समस्याओं के समाधान के लिए समय पर दी गई प्रतिक्रिया का भी आकलन किया।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता