जावेद राणा ने उड़ी में कटाव एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों और जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखी
उड़ी 25 अगस्त (हि.स.)। उत्तरी कश्मीर के उड़ी क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण और बुनियादी ढाँचे के विकास को बढ़ावा देते हुए जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी, पर्यावरण और जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने बोनियार में कटाव एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों और उड़ी शहर म
जावेद राणा ने उड़ी में कटाव एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों और जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखी


उड़ी 25 अगस्त (हि.स.)। उत्तरी कश्मीर के उड़ी क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण और बुनियादी ढाँचे के विकास को बढ़ावा देते हुए जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी, पर्यावरण और जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने बोनियार में कटाव एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों और उड़ी शहर में अमृत 2.0 के अंतर्गत एक व्यापक जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखी।

18.57 करोड़ रुपये की लागत वाली यह कटाव एवं बाढ़ सुरक्षा परियोजना व्यापक बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत क्रियान्वित की जा रही है।

इस पहल का उद्देश्य झेलम नदी के 180 किलोमीटर से 225 किलोमीटर लंबे आर.डी. तक के संवेदनशील हिस्सों की सुरक्षा करना है जहाँ नदी के किनारे कटाव और बाढ़ के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील हैं।

इस परियोजना में आरसीसी रिटेनिंग वॉल और क्रेट प्रोटेक्शन कार्यों का निर्माण शामिल है और इसके आठ महीनों के भीतर पूरा होने की उम्मीद है जिससे दर्जनों गाँवों को जान-माल और कृषि भूमि की सुरक्षा का लाभ मिलेगा।

कटाव और बाढ़ सुरक्षा कार्यों के शिलान्यास समारोह में बोलते हुए मंत्री राणा ने कहा कि ये परियोजनाएँ उमर अब्दुल्ला सरकार की सक्रिय बाढ़ प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। ये न केवल तात्कालिक खतरों का समाधान करती हैं बल्कि क्षेत्र की दीर्घकालिक सहनशीलता और पारिस्थितिक स्थिरता को भी बढ़ाती हैं।

डब्ल्यूएसएस उड़ी परियोजना की आधारशिला रखते हुए मंत्री ने इसे उड़ी शहर में 100 प्रतिषत पेयजल कवरेज प्राप्त करने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम बताया।

6.71 करोड़ रुपये की लागत वाली इस योजना में उड़ी में 0.55 एमजीडी रैपिड सैंड फिल्ट्रेशन प्लांट, लगमा में 0.25 एमजीडी आरएसएफपी, एक नया जलाशय और मौजूदा वितरण नेटवर्क का विस्तार शामिल है।

यह प्रणाली वर्तमान और भविष्य दोनों की ज़रूरतों को पूरा करते हुए प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर पानी की विश्वसनीय आपूर्ति प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

ये परियोजनाएँ विशेष रूप से दूरदराज और वंचित क्षेत्रों में जन स्वास्थ्य, बुनियादी ढाँचे और सेवा वितरण में उल्लेखनीय सुधार लाएँगी।

इस कार्यक्रम में उड़ी के विधायक डॉ. सज्जाद शफी, मुख्य अभियंता पीएचई कश्मीर, इंजीनियर ताज चौधरी और जल शक्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

बाद में मंत्री ने बोनियार के पीरनिया खेल मैदान और ऑफिसर्स क्लब उड़ी में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए जहाँ उन्होंने विभिन्न गाँवों और बस्तियों से आए बड़ी संख्या में निवासियों और प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

संवाद सत्रों के दौरान स्थानीय लोगों ने क्षतिग्रस्त सड़क अवसंरचना, जल आपूर्ति चुनौतियों और बेहतर शैक्षिक सुविधाओं की आवश्यकता जैसे ज्वलंत मुद्दों को उठाया।

मंत्री ने धैर्यपूर्वक सुनवाई की और जनता को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार उत्तरदायी और जवाबदेह शासन हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। विकास हर घर तक पहुँचना चाहिए और शिकायतों का शीघ्र समाधान किया जाना चाहिए।

उन्होंने प्रमुख कार्यक्रमों और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत परियोजनाओं के समय पर कार्यान्वयन के महत्व पर ज़ोर दिया और अधिकारियों से आग्रह किया कि वे जन कल्याणकारी सेवाओं की प्रभावशीलता की निगरानी के लिए विशेष रूप से दूर-दराज के क्षेत्रों में नियमित रूप से क्षेत्रीय दौरे और समीक्षा करें।

जावेद राणा ने अपने भाषण के अंत में दूरदराज के क्षेत्रों में विकास की कमियों को पाटने और निरंतर बुनियादी ढाँचे में निवेश और सार्वजनिक सेवा सुधारों के माध्यम से सभी निवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाने के सरकार के संकल्प को दोहराया।

हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता