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जम्मू, 18 अगस्त (हि.स.)। कृषि निदेशक जम्मू अनिल गुप्ता ने आज निदेशालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में समग्र कृषि विकास कार्यक्रम ,नाबार्ड और केंद्र प्रायोजित योजनाओं (सीएसएस) के तहत प्राप्त भौतिक और वित्तीय प्रगति का आकलन करने के साथ-साथ एचएडीपी के विभिन्न घटकों के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।
कृषि निदेशक ने यह भी कहा कि एचएडीपी के अंतर्गत किसानों को प्रदान की जाने वाली सभी सब्सिडी पारदर्शिता और समय पर लाभ सुनिश्चित करने के लिए सीधे डीबीटी मोड के माध्यम से वितरित की जाएगी।
बैठक के प्रमुख एजेंडा मदों में पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों पर की गई कार्रवाई की समीक्षा, अनुमोदित प्रशिक्षण कैलेंडर के अनुसार किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम, विशिष्ट फसलों के अंतर्गत क्षेत्र विस्तार और औषधीय एवं सुगंधित पौधों के संवर्धन परियोजना के अंतर्गत क्लस्टर विकास शामिल थे। किसान साथी पोर्टल, विशेष रूप से किसान पंजीकरण के संदर्भ में, प्रगति अद्यतन पर भी चर्चा की गई।
कृषि निदेशक ने सभी मुख्य लेखा अधिकारियों को परियोजना संख्या 13, एकीकृत कृषि प्रणाली (आईएफएस) और एचएडीपी के अंतर्गत अन्य विकासात्मक परियोजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए मजबूत अंतर-विभागीय समन्वय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
अपने समापन भाषण में, कृषि निदेशक, अनिल गुप्ता ने सभी अधिकारियों से जमीनी स्तर पर ठोस परिणाम प्राप्त करने के लिए पूर्ण समर्पण और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने दोहराया कि एचएडीपी और अन्य प्रमुख योजनाओं की सफलता काफी हद तक समय पर क्रियान्वयन, किसान-केंद्रित दृष्टिकोण और पारदर्शिता मानदंडों के सख्त पालन पर निर्भर करती है।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता