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कठुआ 18 अगस्त (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने सोमवार कठुआ के सिडको घाटी औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित राहत शिविर का दौरा किया और हाल ही में हुए बादल फटने से प्रभावित परिवारों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उपमुख्यमंत्री ने विस्थापित परिवारों से बातचीत की, उनकी चिंताओं को धैर्यपूर्वक सुना और उन्हें पूर्ण सरकारी सहायता का आश्वासन दिया। राहत शिविर में पीड़ितों को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार प्रभावित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उनकी तत्काल राहत और दीर्घकालिक पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय किए जाएँगे। अपने दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री ने घाटी के आसपास के गाँवों को जोड़ने वाले पुल का भी निरीक्षण किया जो इस घटना में क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संपर्क बहाल करना सर्वोच्च प्राथमिकता है और प्रशासन को युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। उपमुख्यमंत्री ने पठानकोट के सैन्य अस्पताल का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने घाटी बादल फटने के बाद भर्ती घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने चिकित्सा कर्मचारियों की समय पर प्रतिक्रिया की सराहना की और उन्हें घायलों के पूर्ण स्वस्थ होने तक उन्हें सर्वोत्तम संभव उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए। बाद में उपमुख्यमंत्री ने कठुआ के सरकारी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया, जहाँ उन्होंने जखोल और जंगलोट में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से प्रभावित घायलों और परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि चिकित्सा देखभाल और पुनर्वास सहायता सहित सभी आवश्यक सहायता बिना किसी देरी के प्रदान की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की सुरक्षा और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार राहत प्रदान करने और क्षतिग्रस्त बुनियादी ढाँचे के पुनर्निर्माण में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने जिला प्रशासन को सभी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चैबीसों घंटे निगरानी बनाए रखने और प्रभावित लोगों को समय पर सहायता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया