कश्मीर ने पहलगाम में ऐतिहासिक 'शुरुआत-ए-तिरंगा' रैली का आयोजन किया
पहलगाम , 17 अगस्त (हि.स.)। शहीदों के समाँ में विद्यार्थी परिषद मैदान में विषय को आगे बढ़ाते हुए रैली ने ऑपरेशन संदूर में सुरक्षा बलों की बहादुरी का सम्मान किया पहलगाम हत्याकांड में मारे गए निर्दोष लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और जम्मू के किश्तवाड़
कश्मीर ने पहलगाम में ऐतिहासिक 'शुरुआत-ए-तिरंगा' रैली का आयोजन किया


पहलगाम , 17 अगस्त (हि.स.)। शहीदों के समाँ में विद्यार्थी परिषद मैदान में विषय को आगे बढ़ाते हुए रैली ने ऑपरेशन संदूर में सुरक्षा बलों की बहादुरी का सम्मान किया पहलगाम हत्याकांड में मारे गए निर्दोष लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और जम्मू के किश्तवाड़ में हुए दुखद बादल फटने के शहीदों को याद किया।

मार्च पहलगाम क्लब से शुरू हुआ और पहलगाम मुख्य बाज़ार में समाप्त हुआ जहाँ 150 फीट लंबा तिरंगा लचीलेपन, साहस और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बन गया। सैकड़ों छात्रों ने बेजोड़ उत्साह के साथ भाग लिया उनके नारों से यह संदेश गूंज रहा था कि कश्मीर के युवा भारत की एकता और अखंडता के साथ मजबूती से खड़े हैं।

सभा को संबोधित करते हुए अकील अहमद तांत्रे (राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद सदस्य एबीवीपी) ने कहा तिरंगे का हर मोड़ बलिदान की कहानी समेटे हुए है। ऑपरेशन संदूर के वीर नायकों से लेकर पहलगाम और किश्तवाड़ की मासूम आत्माओं तक हम उनके साहस को सलाम करते हैं। यह रैली हमारी प्रतिज्ञा है कि उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा और कश्मीर के युवा एक अखंड और मजबूत भारत के अग्रदूत बने रहेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि एबीवीपी छात्रों को राष्ट्र निर्माण की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती रहेगी यह सुनिश्चित करते हुए कि बलिदानों को याद रखा जाए और कश्मीर के हर संस्थान में देशभक्ति को जीवित रखा जाए। रैली का समापन शहीदों को श्रद्धांजलि और कश्मीर घाटी के हर कोने में तिरंगे की गरिमा को बनाए रखने की दृढ़ प्रतिज्ञा के साथ हुआ। आँखों में आँसू और दिल में गर्व के साथ, छात्रों ने दुःख को शक्ति में बदलने और सेवा, एकता और राष्ट्र निर्माण के माध्यम से बलिदान की विरासत को आगे बढ़ाने की शपथ ली।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता