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जम्मू, 17 अगस्त (हि.स.)। गवर्नमेंट गांधी मेमोरियल साइंस कॉलेज, जम्मू में आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के तत्वावधान में तीन दिवसीय यस प्लस कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन उच्च शिक्षा विभाग, जम्मू-कश्मीर (यूटी) के वित्त आयुक्त (अपर मुख्य सचिव) शांतमनु ने किया।
अपने उद्घाटन संबोधन में शांतमनु ने उच्च शिक्षा के साथ वेलनेस और माइंडफुलनेस को जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक अध्ययन के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और भावनात्मक मजबूती को भी बढ़ावा देना जरूरी है, ताकि विद्यार्थी आत्मविश्वास के साथ भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें।
कार्यशाला का संचालन आर्ट ऑफ लिविंग की सीनियर प्रशिक्षक अरुणिमा सिन्हा, प्रशिक्षिका जसप्रीत कौर और भार्गवी राज ने किया। इसमें छात्रों को प्राणायाम, ध्यान तकनीक और सकारात्मक सोच विकसित करने वाली गतिविधियों से अवगत कराया गया। प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और ऐसे आयोजनों की उपयोगिता को सराहा। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) रोमेश कुमार गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए संस्था की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम शिक्षा को संतुलित बनाते हैं, जिससे बौद्धिक और भावनात्मक विकास समानांतर रूप से संभव हो पाता है।
इस अवसर पर लगभग 80 विद्यार्थियों जिनमें एनएसएस वॉलंटियर्स, एनसीसी कैडेट्स और पीजी छात्र शामिल थे, ने भाग लिया। फैकल्टी सदस्यों में डॉ. रेविका अरोड़ा, डॉ. नेहा महाजन, डॉ. राजेश भारद्वाज, प्रो. पूनम कुंदन, प्रो. आशा शरमहाल, डॉ. अल्ताफ अहमद, प्रो. अनिल थापा सहित अन्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान शांतमनु ने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय ध्वज भी वितरित किया और कहा कि वास्तविक स्वतंत्रता केवल राजनीतिक आज़ादी में नहीं, बल्कि तनावमुक्त, सजग और सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने में है।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा