संस्कृत भारत की आत्मा है, इसे पुनः जन-जन की भाषा बनाना समय की पुकार है : शाम लाल शर्मा
जम्मू, 17 अगस्त (हि.स.)। भारतीय संस्कृति, सनातन मूल्यों और देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु सतत समर्पित श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं संस्कृत सेवक महंत रोहित शास्त्री जी ने जम्मू नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विध
संस्कृत भारत की आत्मा है, इसे पुनः जन-जन की भाषा बनाना समय की पुकार है : शाम लाल शर्मा


जम्मू, 17 अगस्त (हि.स.)। भारतीय संस्कृति, सनातन मूल्यों और देववाणी संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु सतत समर्पित श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं संस्कृत सेवक महंत रोहित शास्त्री जी ने जम्मू नॉर्थ विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री माननीय श्री शाम लाल शर्मा जी से शिष्टाचार भेंट की।

इस सौहार्दपूर्ण मुलाकात के दौरान महंत शास्त्री ने उन्हें ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित शोधपरक एवं आध्यात्मिक ग्रंथ 'शिव तत्व अमरनाथ' भेंट की जो भगवान शिव के तत्वदर्शन, अमरनाथ महात्म्य तथा वैदिक परंपरा का अनुपम संगम है। यह कृति शिवभक्तों, शोधकर्ताओं एवं संस्कृत अनुरागियों के लिए एक अमूल्य धरोहर सिद्ध हो रही है।

भेंटवार्ता के दौरान महंत शास्त्री ने ट्रस्ट द्वारा संचालित संस्कृत नेमप्लेट अभियान, वेद-पुराण आधारित शिक्षण कार्यशालाएं, ज्योतिष एवं धर्मशास्त्र संगोष्ठियां, तथा धार्मिक साहित्य लेखन व प्रकाशन जैसे रचनात्मक प्रयासों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य है कि संस्कृत पुनः घर-घर की वाणी बने और भारतवर्ष की जनचेतना अपने वैदिक मूल से जुड़े।

इस अवसर पर माननीय शाम लाल शर्मा जी ने शिव तत्व अमरनाथ पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा: संस्कृत केवल भाषा नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा, संस्कृति और सनातन ज्ञान की जीवनदायिनी धारा है। महंत रोहित शास्त्री जैसे समर्पित युवाओं का संस्कृत उत्थान अभियान एक नवयुग का उद्घोष है। उन्होंने आगे कहा जम्मू-कश्मीर की पुण्यधरा सदियों से तप, साधना और वैदिक ज्ञान का केंद्र रही है। यहां से संस्कृत का पुनर्जागरण एक ऐतिहासिक और प्रेरणास्पद आंदोलन का रूप ले सकता है और मैं इस पवित्र यज्ञ में पूर्ण सहयोग हेतु संकल्पबद्ध हूं।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा