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डोडा , 17 अगस्त (हि.स.)। आगामी पारंपरिक कैलाश कुंड यात्रा 2025 की तैयारियों के सिलसिले में आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डोडा संदीप मेहता (जेकेपीएस) द्वारा भद्रवाह में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा बैठक बुलाई गई। बैठक में सभी क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों, सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और आईआरपी 5वीं बटालियन के प्रतिनिधियों सहित हितधारकों के एक व्यापक समूह ने भाग लिया।
उपायुक्त डोडा हरविंदर सिंह, आईएएस भी बैठक में वर्चुअल रूप से शामिल हुए जिन्होंने सनातन धर्म सभा भद्रवाह, कैलाश सेवा संघ और सनातन धर्म सभा केलार के सदस्यों और अन्य प्रतिभागियों के साथ बातचीत की।
चिसोती पादर और घाटी कठुआ में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए कैलाश कुंड यात्रा के सुचारू संचालन के लिए कई महत्वपूर्ण उपायों पर विचार-विमर्श किया गया और सर्वसम्मति से उन पर सहमति बनी जिनमें प्रमुख निर्णय ये थे।
आयु एवं सुरक्षा प्रतिबंध: यात्रा में भागीदारी प्रतिबंधित रहेगी, बच्चों, वृद्धों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें इसमें भाग लेने से रोका जाएगा।
लंगर व्यवस्था: लंगर दलों की संख्या सीमित होगी और उन्हें नालों से दूर, केवल निर्दिष्ट सुरक्षित स्थानों पर ही लंगर लगाने की अनुमति होगी।
भक्तों की जवाबदेही: जवाबदेही बनाए रखने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए सभी भाग लेने वाले भक्तों की पूरी सूची स्थानीय प्रशासन को पहले ही प्रस्तुत करनी होगी।
मार्ग प्रतिबंध: सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, चत्तरगला मार्ग यात्रा के लिए बंद रहेगा। केवल गाथा-सुंगली और द्रफरा मार्ग ही संचालित होंगे।
यह भी निर्णय लिया गया कि छड़ी मुबारक के साथ केवल न्यूनतम संख्या में यात्रियों को ही अनुमति दी जाएगी।
एसएसपी डोडा ने इन उपायों का कड़ाई से पालन करने के महत्व पर ज़ोर दिया और सभी हितधारकों से 2025 की कैलाश यात्रा को सफल और दुर्घटना-मुक्त बनाने के लिए पूर्ण सहयोग करने का आग्रह किया। प्रशासन का उद्देश्य इस पवित्र आयोजन की पवित्रता को बनाए रखते हुए सभी श्रद्धालुओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता