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जम्मू, 17 अगस्त (हि.स.)। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र के महत्व को रेखांकित किया गया। उन्होंने इसे दिव्य न्याय और संरक्षण का प्रतीक बताते हुए कहा कि सुदर्शन चक्र अच्छाई और बुराई के बीच अनंत संघर्ष का द्योतक है और भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में भी इसका संदेश प्रतिध्वनित होता है।
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को जन्माष्टमी समारोह के दौरान संबोधित करते हुए आर.एल. कैथ ने प्रधानमंत्री के विचारों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सुदर्शन चक्र केवल एक शस्त्र नहीं, बल्कि दिव्य ऊर्जा, सुरक्षा और सार्वभौमिक व्यवस्था का प्रतीक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भगवान कृष्ण का यह चक्र बुरी शक्तियों के विनाश और धर्म की रक्षा के लिए जाना जाता है, और इसका आध्यात्मिक संदेश आज भी प्रासंगिक है।
इस अवसर पर कैथ ने कहा कि सुदर्शन चक्र का संदेश हमें न्याय, सत्य और धर्म की रक्षा के लिए सतत प्रयास करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने इसे भारत की सांस्कृतिक धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों से जोड़ते हुए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण की दिशा में सदैव सक्रिय रहें।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा