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जम्मू, 13 अगस्त (हि.स.)। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू रीजन चैप्टर के चेयर राकेश वज़ीर ने माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज पर आयोजित सशक्त समिति की बैठक में जम्मू-कश्मीर के व्यावसायिक इकाइयों के लिए विशेष रियायतों की मांग की। यह बैठक भारतीय रिज़र्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख प्रभारी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें प्रमुख बैंकों के यूटी हेड्स और पीएचडीसीसीआई जम्मू के डिप्टी रेज़िडेंट डायरेक्टर कार्तिक प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में केंद्र और यूटी सरकार की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन, बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत बनाने और वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर करने के उपायों पर चर्चा हुई। राकेश वज़ीर ने आश्वासन दिया कि पीएचडीसीसीआई सरकारी नीतियों और योजनाओं को बढ़ावा देने और उद्यमियों व आम जनता में जागरूकता फैलाने के लिए लगातार प्रयासरत है। वज़ीर ने जम्मू-कश्मीर की भौगोलिक स्थिति और संवेदनशील हालात के कारण उद्योगों को पेश आने वाली विशेष चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यहां के औद्योगिक इकाइयों को कच्चा माल अन्य राज्यों से मंगाना पड़ता है और तैयार माल वापस भेजना पड़ता है, जिससे लागत बढ़ जाती है। उन्होंने आरबीआई से मांग की कि उद्यमों के लिए आसान वित्तीय विकल्प और विशेष पैकेज शुरू किए जाएं।
उन्होंने क्रेडिट गारंटी स्कीम फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज का अधिकतम लाभ दिलाने पर जोर दिया, जिसमें 5 करोड़ रुपये तक के ऋण के लिए किसी प्रकार की कोलेट्रल सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बैंकों को इस योजना के तहत अधिकतम वित्तपोषण करने के लिए बाध्य करने की भी मांग की। साथ ही, उन्होंने कहा कि एसएआरएफएईएसआई एक्ट का उपयोग न्यूनतम किया जाए और केवल अंतिम विकल्प के रूप में अपनाया जाए। बैठक में मौजूद अधिकारियों ने वज़ीर की मांगों को गंभीरता से सुनते हुए हर बिंदु पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा