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रांची, 12 अगस्त (हि.स.)। टेट सफल सहायक अध्यापक संघ ने जेएसएससी की ओर से ली जाने वाली सहायक आचार्य बहाली में सफल अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक के कारण से हजारों लोगों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (डीवी) से वंचित रखा गया है जो काफी निराशजनक है। जबकि जेएसएससी को चाहिए कि इस तरह की समस्या के लिए विशेष उपाय हो, लेकिन सिर्फ मौखिक रूप से यह कहना कि आप सभी के लिए जांच के बाद डीवी कराई जायेगी।
जबकि यह स्पष्ट नहीं है कि जांच कब होगी या कितने दिनों में किया जाएगा।
संघ ने कहा कि एक दो पेपर में बयोमेट्रिक की वजह से डीवी नहीं होने से सफल अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ नजर आता है, जबकि पारा शिक्षक शत प्रतिशत प्रतिदिन विद्यालय आने और जाने के क्रम में बायोमैट्रिक से अपनी उपस्थिति बना रहे हैं। लेकिन जेएसएससी के डीवी प्रक्रिया में बयोमैट्रिक नहीं बन रही है जो आश्चर्यजनक है।
जेएसएससी ने अब तक किसी को रिजेक्ट नहीं किया
संघ ने कहा कि जेएसएससी को चाहिए कि एक शपथपत्र के माध्यम से भी सफल अभ्यर्थियों को डीवी करा लें। बाद में जांच के बाद कोई अभ्यर्थी गलत पाए जाते हैं तो जेएसएससी कार्रवाई कर सकती है।
इन बातों से अवगत कराने के लिए टेट सफल सहायक अध्यापक संघ के प्रदेश संरक्षण प्रमोद कुमार और अन्य अभ्यर्थियों की ओर से शिक्षा सचिव को विज्ञप्ति देकर और प्राथमिक शिक्षा निदेशक से मिलकर जेएसएससी की ओर से ली गई। सहायक आचार्य की परीक्षा में लोग सफल हुए।
वैसे सफल अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक की वजह से एक या दो पेपर मिसमैच होने के कारण डीवी नहीं कराया गया। सचिव ने कहा कि कुछ समय दिजिए जेएसएससी ने अब तक किसी को रिजेक्ट नहीं किया है।
साथ हीं मांगों से संबंधित कॉपी जेएसएससी को भेजने की बात कही।
साथ ही आग्रह किया गया कि जब तक जंच नहीं होती है तब तक के लिए डीवी को नहीं रोका जाए और एक शपथ पत्र के माध्यम से डीवी कराया जाए। जांच के बाद यदि कोई दोषी मिलता है तो उनपर कार्रवाई करने के लिए विभाग और जेएसएससी स्वंतत्र हैं। लेकिन यदि इसमें देर की गई तो जिनकी नियुक्ति बाद में होगी वे एक ही बहाली में सीनियर जूनियर हो जाएंगे जो बिल्कुल सही नहीं होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak