जावेद राणा ने जम्बू चिड़ियाघर की विस्तार योजना की समीक्षा की
श्रीनगर 11 अगस्त (हि.स.)। जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण और जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने नागरिक सचिवालय में जम्बू चिड़ियाघर के कामकाज की समीक्षा और एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में इसके आकर्षण को बढ़ाने के उद्देश्य से इसकी विस्त
जावेद राणा ने जम्बू चिड़ियाघर की विस्तार योजना की समीक्षा की


श्रीनगर 11 अगस्त (हि.स.)। जल शक्ति, वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण और जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने नागरिक सचिवालय में जम्बू चिड़ियाघर के कामकाज की समीक्षा और एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में इसके आकर्षण को बढ़ाने के उद्देश्य से इसकी विस्तार योजनाओं पर चर्चा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।

इस बैठक में वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण आयुक्त सचिव शीतल नंदा, मुख्य वन्यजीव वार्डन सर्वेश राय और अन्य वरिष्ठ अधिकारी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित थे।

मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जम्बू चिड़ियाघर तेजी से एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में उभरा है। उन्होंने इसकी पूरी क्षमता का दोहन करने और पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि करने के लिए केंद्रित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चिड़ियाघर का विकास स्थायी प्रथाओं और नवीन पर्यटक सुविधाओं के माध्यम से इसे विश्व स्तरीय आकर्षण बनाने के दृष्टिकोण से निर्देशित होना चाहिए।

उन्होंने अधिकारियों से ऐसी रणनीतियाँ बनाने का आह्वान किया जो गर्मियों के महीनों में पर्यटकों की संख्या बढ़ाएँ क्योंकि आमतौर पर उच्च तापमान के कारण पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी जाती है।

मंत्री ने आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए छायादार मनोरंजन क्षेत्र, हरित सुरंगें, तन्य शेड, इंटरैक्टिव इंडोर प्रदर्शनियाँ और सुविचारित प्रचार अभियान जैसी जलवायु-अनुकूल सुविधाएँ शामिल करने का सुझाव दिया।

चल रहे उन्नयन कार्यों की समीक्षा करते हुए राणा ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे आगंतुकों के बेहतर अनुभव में योगदान देने वाली सभी पहलों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने के लिए निकट समन्वय में काम करें। उन्होंने अधिक एकीकृत और प्रभावी परिणामों के लिए विकास रणनीति में सभी संबंधित विभागों को शामिल करने के महत्व पर बल दिया।

मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि पशु कल्याण चिड़ियाघर की मुख्य प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को पशु चिकित्सा दिशानिर्देशों के अनुरूप सभी प्रजातियों के लिए उचित आहार, पोषण और स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत निगरानी प्रणाली स्थापित करने का निर्देश दिया। इसमें खाद्य खरीद में उच्च मानकों को बनाए रखना, समय पर भोजन कार्यक्रम सुनिश्चित करना और नियमित स्वास्थ्य मूल्यांकन करना शामिल था।

उन्होंने अधिकारियों को परिसर में फलदार वृक्षों के रोपण को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया ताकि चुनिंदा प्रजातियों के लिए प्राकृतिक भोजन स्रोत के रूप में काम किया जा सके, जैव विविधता को बढ़ाया जा सके, आवास की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके और चिड़ियाघर के समग्र दृश्य और पारिस्थितिक आकर्षण में वृद्धि की जा सके।

राणा ने चिड़ियाघर में वर्षा जल संचयन, नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को अपनाने, शून्य-अपशिष्ट नीति और मृदा एवं जल संरक्षण उपायों जैसी हरित पहलों को लागू करने का आह्वान किया। उन्होंने मौजूदा कर्मचारियों की संख्या के बारे में भी जानकारी ली और सुचारू संचालन, पशु देखभाल के उच्च मानकों और आगंतुकों के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त, सुप्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

मुख्य वन्यजीव संरक्षक सर्वेश राय ने मौजूदा आगंतुक सुविधाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी और चिड़ियाघर की महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बैठक में बताया कि 11 नए पशु बाड़ों का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है और शेष दिसंबर 2025 तक पूरे होने वाले हैं।

चिड़ियाघर में जेबरा, गैंडा, सुस्त भालू, हिम तेंदुआ, लाल पांडा, प्राइमेट और अन्य देशी व विदेशी जानवरों जैसी प्रमुख प्रजातियों को लाने की योजना है। विकास योजना में प्रकृति पथ, ऊंचे पैदल मार्ग, लकड़ी की झोपड़ियाँ, वृक्ष गृह, थीम आधारित विश्राम क्षेत्र, बच्चों के लिए एक खिलौना ट्रेन और एक स्मार्ट चिड़ियाघर प्रबंधन प्रणाली का कार्यान्वयन भी शामिल है।

आगामी प्रमुख आकर्षणों में से एक जीवाश्म और डायनासोर पार्क होगा, जिसका उद्देश्य आगंतुकों को एक शैक्षिक और मनोरंजक अनुभव प्रदान करना है। एक इमर्सिव एआर/वीआर सेटअप भी स्थापित किया जाएगा ताकि आगंतुक एक कृत्रिम वातावरण में विलुप्त और दुर्लभ प्रजातियों का अन्वेषण कर सकें।

इसके अतिरिक्त, आगंतुकों की सहभागिता को और समृद्ध बनाने के लिए चुनिंदा प्रजातियों के साथ निगरानीयुक्त आहार सत्र की योजना बनाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता