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रांची, 10 अगस्त (हि.स.)। झारखंड राज्य क्रिकेट संघ ( जेएससीए) की नई कमेटी के गठन के बाद पहली वार्षिक आमसभा (एजीएम) रविवार को रांची के जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में हुई। बैठक में सदस्यता विस्तार से लेकर अनुशासनहीनता पर कार्रवाई और नई चयन समितियों के गठन तक, कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी।
संघ के सचिव सौरव तिवारी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि संगठन के हित में सभी निर्णय सर्वसम्मति से लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि
यह वार्षिक आमसभा हमारे लिए खास है, क्योंकि नई समिति बनने के बाद यह पहली बैठक थी। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जो आने वाले समय में संघ और खिलाड़ियों दोनों के लिए लाभकारी होंगे।
उन्होंने बताया कि वार्षिक आमसभा में 8 वर्तमान और पूर्व क्रिकेटरों, 2 भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस )और 2 भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधकारियों समेत कुल 29 लोगों को आजीवन सदस्यता देने का रास्ता साफ हुआ। यह प्रस्ताव विशेष जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर लाया गया, जिसे आमसभा ने मंजूरी दी। सदस्यता विस्तार को संघ के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि इससे खेल से जुड़े अनुभवी और प्रभावशाली लोगों का जुड़ाव बढ़ेगा।
बैठक में संघ के संसाधनों का अनधिकृत उपयोग और नियमों के उल्लंघन के आरोप में रणजीत सिंह और उनके भाई संतोष सिंह की आजीवन सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का प्रस्ताव पारित किया गया। यह फैसला पहले शनिवार को कमिटी ऑफ मैनेजमेंट में लिया गया था, जिसे एजीएम में ध्वनि मत से मंजूरी मिली। सदस्यों की मांग पर पूर्व क्यूरेटर एसबी सिंह के खिलाफ भी अनुशासनहीनता की जांच के लिए समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।
वार्षिक आमसभा में सीनियर चयन समिति का नेतृत्व अब मनीष वर्धन करेंगे, जबकि मनोज यादव, सुब्रतो घोष और अजय यादव समिति के सदस्य होंगे। जूनियर चयन समिति की कमान राहुल शुक्ला के हाथों में होगी, उनके साथ संजीव गुप्ता, सन्नी दास और राजेश झा सदस्य रहेंगे। महिला चयन समिति में कविता राय को चेयरवूमेन नियुक्त किया गया है, जबकि चरणजीत कौर, मनोज सिंह और बालाशंकर झा इसके सदस्य होंगे।
बैठक के दैरान जस्टिस अजय कुमार बिष्ट को सत्र 2025-26 के लिए ओम्बुड्समैन (लोकपाल) सह एथिक्स अफसर (नैतिकता अधिकारी) नियुक्त किया गया। यह पद संघ में पारदर्शिता और नैतिक आचरण सुनिश्चित करने के लिए अहम माना जाता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे