क्राइम ब्रांच ने हैदराबाद स्थित कंपनी कैपिटल प्रोटेक्शन फ़ोर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला दर्ज किया
जम्मू, 10 अगस्त (हि.स.)। क्राइम ब्रांच ने हैदराबाद स्थित कंपनी कैपिटल प्रोटेक्शन फ़ोर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी), दो निदेशकों और कई प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला दर्ज किया है। यह मामला एक मेजर जनरल और फाल
क्राइम ब्रांच ने हैदराबाद स्थित कंपनी कैपिटल प्रोटेक्शन फ़ोर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला दर्ज किया


जम्मू, 10 अगस्त (हि.स.)। क्राइम ब्रांच ने हैदराबाद स्थित कंपनी कैपिटल प्रोटेक्शन फ़ोर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी), दो निदेशकों और कई प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला दर्ज किया है। यह मामला एक मेजर जनरल और फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग धोखाधड़ी के एक अन्य पीड़ित की शिकायत पर दर्ज किया

गया है।

क्राइम ब्रांच को दो अलग-अलग लिखित शिकायतें प्राप्त हुईं - पहली शिकायत मेजर जनरल रजत जगानी निवासी राजस्थान की ओर से कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद के एमडी अमरदीप कुमार, निदेशक

अनीता कुमारी, निदेशक संदीप कुमार और अन्य तथा प्रमुख कार्यकारी अधिकारियों अनंत, मेहर, चू कुसा, तिरुमलेसा, स्वीटी काशल, काव्या नल्लूरी, योगेंद्र सिंह, नज़मा, भावना, प्रियंका, पवन और श्रेया (वेनेला) के खिलाफ की गई। इसमें आरोप लगाया गया है कि अमरदीप कुमार जो वर्तमान में दुबई में रह रहे एक भारतीय नागरिक हैं, करोड़ों रुपये के फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी हैं, जिसमें पोंजी-शैली की योजना के माध्यम से उच्च रिटर्न का झूठा वादा करके हजारों भारतीय निवेशकों को प्रभावित किया गया था। शिकायतकर्ता से 2,21,45,000.00 रुपये की ठगी भी की गई है जिसके लिए 2,45,82,252 रुपये चुकाने का वादा किया गया था, लेकिन उक्त कंपनी द्वारा ऐसा नहीं किया गया जो कथित तौर पर भारी निवेशित राशि वापस किए बिना बंद हो गई है। दूसरी शिकायत सीबी को प्रदीप कुमार गुप्ता निवासी लखदत्ता बाजार जम्मू से प्राप्त हुई जिसमें आरोप लगाया गया कि उन्होंने भी इसी तरह के आश्वासनों पर उक्त कंपनी में 62,15,000.00 रुपये की राशि का निवेश किया था जिसकी परिपक्वता राशि 68,14,117.00 रुपये देय थी लेकिन कंपनी ने राशि वापस नहीं की और इस तरह आपराधिक विश्वासघात किया, आपराधिक षड्यंत्र रचकर धोखाधड़ी की।

कंपनी के एमडी, निदेशक और अन्य ने धोखाधड़ी से सोशल मीडिया प्रचार, फर्जी सौदों और भागीदारों के आधार दावों के माध्यम से फर्जी विक्रेता प्रोफाइल के साथ निवेशकों को गुमराह किया।।

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हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह