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रांची, 1 अगस्त (हि.स.)। झारखंड की राजधानी रांची में एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) के विरोध में शुक्रवार को सरकारी कार्यालयों और विद्यालयों में कर्मियों ने रोष दिवस मनाया गया और इसके लागू किए जाने की स्थिति में राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी।
नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के आह्वान पर राज्यभर के कर्मचारियों ने यूपीएस के खिलाफ नारेबाजी की और काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। एनएमओपीएस के मीडिया प्रभारी सुमित नंद ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए और दो टूक चेताया कि अगर यूपीएस लागू करने की कोशिश की गई, तो राज्यव्यापी आंदोलन होगा।
झारखंड अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारी महासंघ (झारओटीईएफ) और नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के प्रांतीय अध्यक्ष विक्रांत कुमार सिंह ने कहा कि कुछ उच्च अधिकारी छत्तीसगढ़ की तर्ज पर झारखंड में यूपीएस लागू करने का प्रयास कर रहे हैं, जो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कर्मचारी-हितैषी छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश है। उन्होंने इसे पूरी तरह अस्वीकार्य बताया।
महासंघ के प्रांतीय महासचिव उज्जवल कुमार तिवारी ने यूपीएस को कॉरपोरेट हितैषी बताते हुए कहा कि इससे कर्मचारियों का भविष्य असुरक्षित हो जाएगा। उन्होंने ओपीएस को ही एकमात्र विकल्प बताया। विरोध प्रदर्शन करनेवालों में सभी जिलों के स्कूल कर्मियों समेत अन्य संस्थानों से जुड़े लोग भी शामिल थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Manoj Kumar