कांवड़ यात्रा को हरियाणा व यूपी पुलिस ने पानीपत में बनाई साझा रणनीति
जहां से निकलेंगे कांवड़िए वहां भारी वाहनों पर रहेगी रोक पानीपत, 9 जुलाई (हि.स.)। पानीपत में कांवड़ यात्रा को लेकर जिला पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ की समन्वय बैठक कर सुरक्षा संबंधी विभिन्न बिंदुओ पर चर्चा की गई। कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन
पानीपत में कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर यूपी पुलिस के साथ बैठक करते यूपी पुलिस के अधिकारी


जहां से निकलेंगे कांवड़िए वहां भारी वाहनों पर रहेगी रोक

पानीपत, 9 जुलाई (हि.स.)। पानीपत में कांवड़ यात्रा को लेकर जिला पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ की समन्वय बैठक कर सुरक्षा संबंधी विभिन्न बिंदुओ पर चर्चा की गई। कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के मद्देनजर जिला पुलिस व यूपी पुलिस के अधिकारियों ने सामंजस्य स्थापित करने के लिए बुधवार को समालखा उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की।

उप पुलिस अधीक्षक समालखा नरेंद्र सिंह कादियान की अध्यक्षता में हुई बैठक में उप पुलिस अधीक्षक नवीन संधु, उप पुलिस अधीक्षक कैराना श्याम सिंह, कैराना थाना प्रभारी इंस्पेक्टर धर्मेंद, कैराना यमुना पुल चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार, बापौली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नीरज, थाना सनौली प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप, समालखा थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर दीपक, समालखा चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर जितेंद्र, हथवाला चौकी इंचार्ज एएसआई बालेश समालखा ट्रेफिक इंचार्ज एएसआई सतीश व टीएसी इंचार्ज एएसआई कुलदीप मौजूद रहें।

बैठक में निर्णय लिया गया कि कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के मार्गों पर भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। यह प्रतिबंध विशेष रूप से उन मार्गों पर रहेगा, जिन पर पैदल कांवड़िए चलते हैं। इसके अलावा वैकल्पिक मार्गों की भी पहचान की जा रही है ताकि स्थानीय लोगों को भी अधिक दिक्कत न हो। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं के चलने के लिए सेंड बैग के साथ रस्सा लगाकर अलग लेन सुनिश्चित की जाएगी।

सभी थाना प्रबंधक, चौकी इंचार्ज समय रहते अपने क्षेत्र में कांवड़ आयोजक समितियों के साथ समन्वय स्थापित कर निर्देशित करें कि सभी कांवड़िए और आयोजक अपना पहचान पत्र साथ रखें। कांवड़ियों की सेवा व विश्राम करने के लिए यात्रा के दौरान विभिन्न संस्थाओं व श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाए जाते हैं।

प्रशासन से अनुमति लेकर शिविर लगाए और निर्धारित किये नियमों की पालना करें। सड़क से 50 फीट अंदर शिविर का पंडाल लगाए। पार्किग व्यवस्था भी सड़क से दूर रखनी होगी, साथ ही बैरिकेडिंग करवाएं। पंडाल पर पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था करें। कांवड़ यात्रा में लाठी डंडे, नुकीले भाले इत्यादी लेकर चलने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। ध्वनि प्रदूषण के संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी किए निर्देशों की पालना कराना सुनिश्चित किया जाए।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा