हावड़ा नगर क्षेत्र में बढ़े़गी कॉम्पैक्टर स्टेशनों की संख्या
हावड़ा , 6 जुलाई (हि.स.)। हावड़ा नगर निगम अब शहर को वेट (कचरा जमा करने वाले छोटे डिब्बे) मुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इसके लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में कॉम्पैक्टर स्टेशन लगाए जा रहे हैं। पहले ही हावड़ा स्टेशन, हावड़ा मैदान समेत शहर के
हावड़ा नगर निगम में बड़ी काॅम्पैक्टर मशीनों की संख्या


हावड़ा , 6 जुलाई (हि.स.)।

हावड़ा नगर निगम अब शहर को वेट (कचरा जमा करने वाले छोटे डिब्बे) मुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इसके लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में कॉम्पैक्टर स्टेशन लगाए जा रहे हैं। पहले ही हावड़ा स्टेशन, हावड़ा मैदान समेत शहर के प्रमुख केंद्रों में कई कॉम्पैक्टर स्टेशन चालू हो चुके हैं। अब शहर के भीतरी इलाकों में भी इन स्टेशनों को स्थापित करने की योजना बनाई गई है।

हावड़ा म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के सफाई विभाग के अनुसार, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चार नए कॉम्पैक्टर स्टेशन बनाए जाएंगे। इसका उद्देश्य शहर में ठोस कचरा प्रबंधन को और अधिक आधुनिक और प्रभावी बनाना है। नगर निगम सूत्रों के अनुसार, इन नए कॉम्पैक्टर स्टेशनों को दो महीने के भीतर शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

इन चार नए स्टेशनों को शहर के उत्तर, दक्षिण, मध्य और शिवपुर विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक कर स्थापित किया जा रहा है। ये सभी स्टेशन दो महीने के भीतर कार्य शुरू कर देंगे। इसके चलते अब जो कचरा पहले छोटे-छोटे वेट में इकट्ठा होता था, वह सीधे इन कॉम्पैक्टर स्टेशनों तक पहुंचेगा, जहां मशीनों की मदद से कचरे को कंप्रेस (दबाकर संकुचित) कर बड़े वेट तक भेजा जाएगा। पहले यह कचरा हावड़ा के बेलगाछिया डंपिंग ग्राउंड में डाला जाता था, लेकिन अब यह सीधे कोलकाता के धापा में पहुंचाया जाता है। कॉम्पैक्टर स्टेशनों के माध्यम से कचरे को पहले से संकुचित कर भेजने से, उसे हावड़ा से कोलकाता के धापा तक ले जाना भी अब पहले की तुलना में आसान हो जाएगा, ऐसा नगर अधिकारियों का मानना है।

हावड़ा नगर निगम के प्रशासक मंडल के चेयरमैन सुजय चक्रवर्ती ने बताया कि हावड़ा के अलग-अलग हिस्सों में जो छोटे-छोटे वेट थे, उनकी संख्या को काफी हद तक घटा दिया गया है। कोशिश की जा रही है कि पूरे हावड़ा शहर को पूरी तरह वेट मुक्त बनाया जाए। जिन जगहों पर अब तक कॉम्पैक्टर स्टेशन नहीं बने हैं, वहां जल्द से जल्द इन्हें स्थापित करने का काम शुरू कर दिया गया है।

हावड़ा नगर निगम की इस पहल का शहरवासियों ने स्वागत किया है। हालांकि, लोगों का कहना है कि वेट की संख्या घटने के बावजूद हावड़ा अभी भी कूड़े के शहर की पहचान से मुक्त नहीं हो पाया है।

क्योंकि कुछ खुले वेट जो अब भी बचे हैं, उन्हें नियमित रूप से साफ नहीं किया जाता। वहां से कचरा बहकर मुख्य सड़कों तक आ जाता है, जिससे बदबू और प्रदूषण फैलता है और आम लोगों की आवाजाही में परेशानी होती है।

जैसे कोलकाता नगर क्षेत्र को कॉम्पैक्टर स्टेशनों की मदद से पूरी तरह वेट मुक्त किया गया है, ठीक उसी तरह हावड़ा को भी जल्द से जल्द ऐसा करना चाहिए। इससे हावड़ा की कूड़े के शहर की छवि हटेगी और निवासियों को एक स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त शहर मिलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय