पूर्व सीएम गहलोत ने बिना हेलमेट बाइक सवारों को टोका
दौसा, 04 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सड़क सुरक्षा और राज्य सरकार की नीतियों को लेकर शुक्रवार को दो अलग-अलग मुद्दों पर मुखरता दिखाई। जयपुर से हिंडौन जाते समय उन्होंने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर बाइक सवारों को टोका, वही
पूर्व सीएम गहलोत ने बिना हेलमेट बाइक सवारों को टोका


दौसा, 04 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सड़क सुरक्षा और राज्य सरकार की नीतियों को लेकर शुक्रवार को दो अलग-अलग मुद्दों पर मुखरता दिखाई। जयपुर से हिंडौन जाते समय उन्होंने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर बाइक सवारों को टोका, वहीं दौसा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य सरकार पर बजरी माफिया के प्रभाव को लेकर तीखा हमला बोला।

जयपुर स्थित अपने आवास से हिंडौन के लिए रवाना होते समय, एक रेड लाइट पर गहलोत की कार रुकी। उसी समय वहां दो युवक बिना हेलमेट के बाइक पर खड़े थे। गहलोत ने कार का शीशा नीचे किया और युवकों को इशारा करते हुए कहा कि हेलमेट... हेलमेट। इस पर युवकों ने जवाब दिया कि वे हॉस्पिटल जा रहे हैं और उनके पास हेलमेट नहीं है। गहलोत ने फौरन चेताया, गिर जाओगे तो लग जाएगी, लापरवाही करते हो, ध्यान रखो। यह संक्षिप्त संवाद कैमरे में कैद हो गया और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

इस बीच, करौली दौरे पर रवाना होते हुए गहलोत ने दौसा में मीडिया से बात करते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बजरी माफिया का आतंक फैला हुआ है और यह माफिया सरकार पर हावी हो गया है। उन्होंने सवाल उठाया, सरकार पर ये माफिया हावी क्यों हो गए? इसका मतलब है कि नीचे से ऊपर तक सब जगह कुछ न कुछ 'बंधी' पहुंचती होगी।

गहलोत ने आगे कहा कि पूरे राज्य में चाहे वह धौलपुर हो या टोंक—बजरी माफिया का असर साफ देखा जा सकता है। बजरी की बढ़ती कीमतों को लेकर जनता में आक्रोश है और आम लोगों को इससे भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने इसे खतरनाक स्थिति बताया और जोर देकर कहा कि इस पर रोक लगनी चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल