Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जयपुर, 31 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान स्टेट गैस के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह ने कहा है कि आरएसजीएल द्वारा ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए अभियान के रुप में अवेयरनेस कार्यक्रमों को संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्राकृतिक गैस की आवश्यकता और महत्व को देखते हुए ही पिछले दिनों ही राज्य सरकार की सीजीडी पालिसी जारी की है।
इसी क्रम में राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम राजस्थान स्टेट गैस द्वारा कोटा में उद्योगों को सुरक्षित और सुलभ ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान गैस, रीको, उद्योग, पर्यावरण विभाग व कोटा के उद्योगों के प्रतिनिधियों को साझा मंच उपलब्ध कराते हुए प्राकृतिक गैस अपनाने का आग्रह किया है। चर्चा के दौरान ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने में प्राकृतिक गैस के उपयोग पर जोर दिया गया और इसको लेकर विशेषज्ञों ने संभावित शंकाओं और जिज्ञासाओं का भी निराकरण किया। इस मौके पर उद्यमियों ने प्राकृतिक गैस को भी कॉमर्शियल एलपीजी की तरह जीएसटी के दायरें में लाने की आवश्यकता जताई।
प्राकृतिक गैस की उपलब्धता की चर्चा करते हुए बताया गया कि सीएनजी-पीएनजी की 24 गुणा सात यानी की गैस की आपूर्ति निर्बाध रहने के साथ ही इसे भण्डारित करने या बुकिंग कराकर प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं होती। इसके साथ ही प्राकृतिक गैस सुरक्षित होने के साथ ही पर्यावरण के लिए भी उपयुक्त है।
राजस्थान स्टेट गैस के उपमहाप्रबंधक सीपी चौधरी और उपमहाप्रबंधक मार्केटिंग विवेक रंजन ने बताया कि राजस्थान स्टेट गैस द्वारा कोटा में प्राकृतिक गैस की लगभग 350 किमी लाइन बिछा कर आधारभूत ढ़ांचा विकसित कर दिया है। उन्होंने बताया कि आधारभूत ढ़ांचा विकसित करने का कार्य जारी है वहीं घरों, रेजिडेंसियल कालोनियों, पीजी, मल्टी स्टोरी के साथ ही उद्योगों और व्यावसायिक कार्यों के लिए गैस उपलब्ध है।
राजस्थान स्टेट गैस के उपमहाप्रबंधक आनन्द आर्य व वित्तीय सलाहकार श्री दीप्तांशु पारीक ने बताया कि विभाग द्वारा पाइप लाइन से घरेलू गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने के साथ ही सीएनजी स्टेशनों के माध्यम से वाहनों के लिए कंप्रेस्ड नेचुरल गैस उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की योगिता ने बताया की ग्रीन एनर्जी आज समय की मांग है। ऐसे में उद्योगों को ग्रीन एनर्जी के रुप में प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति का संरक्षण हम सबका दायित्व है।
रीको के एमके शर्मा ने बताया कि राजस्थान गैस द्वारा गैस की आपूर्ति के लिए ढ़ांचा विकसित किया है वहीं रीको द्वारा भी ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना प्राथमिकता है। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्रों में अभियान चलाकर गैस कनेक्शन जारी करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर प्रतिष्ठित उद्यमियों ने ग्रीन एनर्जी पर फोकस करने का विश्वास दिलाया वहीं उन्होंने कुछ शकाएं भी सामने रखी। खासतौर से उद्योगों को उपलब्ध होने वाली कॉमर्शीयल एलपीजी गैस सिलेण्डर की तरह पीएनजी को भी जीएसटी के दायरे में लाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। उद्यमियों द्वारा गैस की सप्लाई, सुरक्षा और इससे संबंधित विभिन्न शंकाएं सामने रखी जिनका मौके पर ही समाधान किया गया।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश