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मंडी, 31 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश सरकार के फैसले से खफा बेरोजगार युवा मंडी में वीरवार को सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंडी के ऐतिहासक सेरी मंच पर जमा हुए सैंकड़ों युवा ने सुक्खू सरकार के जॉब ट्रेनी पॉलिसी का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन किया। हिमाचल बेरोजगार युवा महासंघ के जिला संयोजक विशाल मंडोत्रा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार इस तरह के फैसले लेकर युवाओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पूर्व कांग्रेस पार्टी ने पढ़े-लिखे युवाओं को 58साल तक की पक्की सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। मगर अब तक एक भी नौकरी वर्तमान सरकार की ओर से प्रदान नहीं की गई। उन्होंने कहा कि जो भी भर्तियां इस दौरान हुई है, वो पूर्व की जयराम सरकार के समय की हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश बेरोजगार युवा महासंघ मुख्यमंत्री को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देता है कि युवाओं को दो साल की अस्थाई ट्रेनिंग में बांधना और फिर दोबारा परीक्षा देने के नाम पर उन्हें प्रताड़ित करना छोड़ दे। प्रदेश का युवा वर्ग किसी भी सूरत में इसे स्वीकार नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की यह नीति युवाओं को उनका हक देने के बजाय उनके भविष्य को अस्थिर करने के साथ-साथ उन्हें नौकरी के नाम पर अपमानजनक स्थिति की ओर धकेलती है। जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। इस धरना प्रदर्शन में मंडी जिला के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे युवाओं के अलावा सैंकड़ों पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं ने भाग लेकर सरकार की गलत नीति का विरोध करते हुए इसे बदलने की मांग की।
इस अवसर पर सैंकड़ों युवाओं ने ऐतिहासिक सेरी मंच से रैली निकालते हुए उपायुक्त कार्यालय रोड़ पर जिला पुस्तकालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। युवाओं ने चेतावनी है कि यदि समय रहते इस नीति में परिवर्तन नहीं किया गया तो राज्य स्तर पर बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। जिसके लिए सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा