जटिल सर्जरी: रीढ़ व कूल्हे के बीच धंसी 6 सेंटीमीटर की सुई सफलतापूर्वक निकाली
जटिल सर्जरी: रीढ़ व कूल्हे के बीच धंसी 6 सेंटीमीटर की सुई सफलतापूर्वक निकाली


जटिल सर्जरी: रीढ़ व कूल्हे के बीच धंसी 6 सेंटीमीटर की सुई सफलतापूर्वक निकाली


जटिल सर्जरी: रीढ़ व कूल्हे के बीच धंसी 6 सेंटीमीटर की सुई सफलतापूर्वक निकाली


अजमेर, 31 जुलाई(हि.स.)। अजमेर के चिकित्सकों ने एक अत्यंत जटिल और जोखिमपूर्ण सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर 43 वर्षीय महिला को राहत दी है। महिला की रीढ़ की हड्डी और कूल्हे के बीच गहराई में धंसी हुई 6 सेंटीमीटर लंबी सुई को मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के ब्रेन व स्पाइन सर्जन डॉ ए. आर गौरी एवं आर्थोपेडिक सर्जन डॉ दीपक जैन की अगुवाई में चिकित्सकों की टीम ने जटिल सर्जरी के बाद सुरक्षित रूप से बाहर निकाला।

पीड़ित महिला रामगंज क्षेत्र की निवासी हैं, जो पहले भी हार्ट सर्जरी से गुजर चुकी हैं और कमर के नीचे के हिस्से में शिथिलता की समस्या से जूझ रही थीं। कुछ समय से उन्हें नींद में भी असहनीय पीड़ा हो रही थी, जिससे चिंतित परिजनों ने प्रारंभिक तौर पर इसे बिस्तर पर लेटे रहने के कारण उत्पन्न बेडसोर समझा। बाद में बैठने की अवस्था में अत्यधिक पीड़ा होने पर पीड़ित को रेलवे हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक विभाग में दिखाया गया। रेलवे हॉस्पिटल में हुई जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि रीढ़ और कूल्हे के बीच सुई धंसी हुई है।

रेलवे हॉस्पिटल ने उन्हें उच्च चिकित्सा सुविधा की सलाह दी, जिसके बाद मरीज को मित्तल हॉस्पिटल रेफर किया गया। वरिष्ठ ब्रेन व स्पाइन सर्जन डॉ. ए.आर. गौरी ने कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राहुल गुप्ता, आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. दीपक जैन, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. गरिमा खींची एवं डॉ. प्रगति गक्खड़ के साथ गहन विचार.विमर्श कर सर्जरी की योजना बनाई।

डॉ. गौरी ने बताया कि पीड़िता बचपन से हार्ट पेशेंट होने के साथ.साथ निचले शरीर की कमजोरी से पीड़ित हैं, जिससे यह ऑपरेशन और भी जोखिमपूर्ण हो गया था। ऑपरेशन से पूर्व महिला की सभी आवश्यक जांचें करवाई गईं और फिर पूरी सावधानी व सटीकता के साथ सुई को निकाला गया।

सर्जरी के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद महिला अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जांच में सामने आया कि महिला घर पर सिलाई.कढ़ाई का कार्य करती थीं और संभवतः बिस्तर पर पड़ी सूई करवट लेते समय शरीर में धंस गई, जिसका उन्हें पता तक नहीं चला।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / संतोष